रामराज मंदिर से बह रही है अध्यात्म की अविरल धारा
कतरास चिटाही धाम स्थित रामराज्य मंदिर से अध्यात्म की अविरल धारा बह रही है।
कतरास: चिटाही धाम स्थित रामराज्य मंदिर से अध्यात्म की अविरल धारा बह रही है। प्रथम वार्षिक महोत्सव व महायज्ञ के चौथे दिन गुरुवार को रामभक्तों की बेशुमार भीड़ जुटी। सुबह से ही मंडप परिक्रमा को लेकर लोगों का तांता लगा रहा। राम राज मंदिर के दर्शन के लिए परिसर में लंबी लाइन लगी हुई थी। आचार्य राजेन्द्र प्रसाद शास्त्री सहित 21 आचार्य व विद्वान पंडितों की टोली के द्वारा वैदिक मंत्रोच्चार से पूरा चिटाही गुंजायमान होता रहा। मंडप में मुख्य यजमान बाघमारा विधायक ढुलू महतो व उनकी पत्नी सावित्री देवी सहित 11 यजमान आचार्यो द्वारा विधि पूर्वक पूजन कराया जा रहा है। संध्या में बाल्मीकि रामायण पाठ, चंडी पाठ व वैदिक पाठ किया गया। महाभंडारा में हजारों लोगें ने प्रसाद ग्रहण किया। विधायक प्रतिनिधि शत्रुधन महतो, गौरचंद्र बाउरी, अजय साव, बिट्टू सिंह, मुकेश झा, भरत शर्मा, संजय रवानी, गोपाल बाउरी, चिकु सिंह, राजु सिंह, नागेंद्र सिंह, मनोज सिंह, नागेश्वर सिंह,पप्पू चौहान, मदन साव, रघुनाथ हजारी, रामजी नोनिया आदि महायज्ञ को सफल बनाने में लगे हुए है।===== स्त्रियों की हर हाल में रक्षा होनी चाहिए- साध्वी सरस्वती =========== कतरास: सनातन धर्म में स्त्रियों की पूजा की महत्ता है। वे दुर्गा के समान होती है। हर हाल में स्त्रियों की रक्षा होनी चाहिए। यह बातें कथा वाचक साध्वी सरस्वती ने चिटाही धाम में आयोजित वार्षिक महोत्सव में प्रवचन के दौरान कही। उन्होंने कहा कि अपनी बेटी-बहनों को इतना सशक्त बनाओ कि वह जब शौर्य की तलवार लेकर चले तो कोई दुराचारी गलत ढंग से देखने की हिम्मत नहीं कर सके। आत्म बल, साहस, बेहतर शिक्षा दी जानी चाहिए ताकि वे शस्त्र व शास्त्र दोनों को लेकर चल सकें। हिदुत्व से ही मानव सभ्यता का विकास संभव है। भारत को मानव सभ्यता की आत्मा कहा गया है। उन्होंने कहा कि जिस पर प्रभु श्री राम जी की कृपा हो जाती है, उसका असंभव कार्य भी संभव हो जाता है। जो व्यक्ति कर्म करेगा उसका फल आवश्यक मिलना ही मिलना है। साध्वी ने राम मंदिर का दर्शन कर पूजा अर्चना किया। बाघमारा विधायक ढुलू महतो व उनकी पत्नी सावित्री देवी तथा शत्रुधन महतो ने गुलदस्ता देकर भव्य स्वागत किया।