धनबाद स्टेशन पर मुक्त कराए गए गिरिडीह से गुजरात ले जाए जा रहे पांच नाबालिग
गिरिडीह से गुजरात ले जाए जा रहे पांच नाबालिगों को रेल पुलिस ने चाइल्ड लाइन की मदद से धनबाद स्टेशन पर मुक्त कराया है।
जागरण संवाददाता, धनबाद: गिरिडीह से गुजरात ले जाए जा रहे पांच नाबालिगों को रेल पुलिस ने चाइल्ड लाइन की मदद से धनबाद स्टेशन पर मुक्त कराया है। सभी गिरिडीह के लुकैया के रहने वाले हैं, जिनकी उम्र 11 से 17 वर्ष के बीच है। उन्हें साथ ले जा रहे एक शख्स को भी पूछताछ के लिए पकड़ा गया है। हालांकि अभी प्राथमिकी दर्ज नहीं हुई है। को-ऑर्डिनेटर रूपलाल महतो ने बताया कि चाइल्ड वेलफेयर कमेटी के निर्देश पर सभी को चाइल्ड लाइन में रखा गया है। बुधवार को उन्हें कमेटी के समक्ष प्रस्तुत किया जाएगा। परिजनों को भी सूचना दे दी है।
ब्लैक डायमंड एक्सप्रेस में सवार होने की थी तैयारी: सभी गिरिडीह से बस से धनबाद तक आए थे। धनबाद से हावड़ा और वहां से गुजरात जाना था। धनबाद से ब्लैक डायमंड एक्सप्रेस से हावड़ा जाने की तैयारी थी, पर इससे पहले ही चाइल्ड लाइन ने पकड़ लिया।
पांच में तीन को नंगे पांव देख चाइल्ड लाइन की टीम को हुआ संदेह: 11 से 17 वर्ष तक की उम्र के पांच नाबालिग धनबाद स्टेशन के प्लेटफॉर्म संख्या पांच पर इधर-उधर भटक रहे थे। पांच में से तीन नंगे पांव ही थे। उन्हें देख कर ही रेलवे चाइल्ड लाइन की टीम को संदेह हुआ। उन्हें पकड़ कर चाइल्ड लाइन हेल्प डेस्क लाया गया और पूछताछ शुरू हुई। पूछताछ में कोई भी मुंह खोलने से इन्कार कर रहा था। इससे यह साफ हो गया कि उन्हें किसी संगठित गिरोह द्वारा बाहर ले जाया रहा है।
एक की 12 साल में ही हो चुकी शादी: रेलवे स्टेशन पर पकड़े गए पांच नाबालिगों में एक ऐसा भी है, जिसकी 12 वर्ष की उम्र में ही शादी हो चुकी है। यही वजह है कि वह कमाने गुजरात जा रहा था।
सभी अनपढ़, एक अनाथ: मुक्त कराए गए नाबालिगों में सभी अनपढ़ हैं। उनमें से एक अनाथ भी है। सभी को गुजरात की साड़ी फैक्टरी में काम करने के लिए ले जाया जा रहा था।