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बीएड कालेज चुनने का कल तक मौका, 6048 छात्र मेरिट लिस्ट से बाहर

झारखंड संयुक्त प्रवेश प्रतियोगिता परीक्षा पर्षद ने बीएड के सत्र 2021-23 का फाइनल मेरिट लिस्ट जारी करने के साथ ही अब चयनित छात्र-छात्राओं को कालेज चुनने का मौका दे दिया है। 20 अक्टूबर तक सभी छात्र-छात्राएं बीएड कालेज का चयन कर सकते हैं। उन्हें एक से अधिक कालेज चुनने का विकल्प और सुझाव दोनों दिया गया है। 20 अक्टूबर तक ही उन्हें आनलाइन रजिस्ट्रेशन भी करना होगा।

By JagranEdited By: Published: Tue, 19 Oct 2021 06:20 AM (IST)Updated: Tue, 19 Oct 2021 06:20 AM (IST)
बीएड कालेज चुनने का कल तक मौका, 6048 छात्र मेरिट लिस्ट से बाहर

जागरण संवाददाता, धनबाद : झारखंड संयुक्त प्रवेश प्रतियोगिता परीक्षा पर्षद ने बीएड के सत्र 2021-23 का फाइनल मेरिट लिस्ट जारी करने के साथ ही अब चयनित छात्र-छात्राओं को कालेज चुनने का मौका दे दिया है। 20 अक्टूबर तक सभी छात्र-छात्राएं बीएड कालेज का चयन कर सकते हैं। उन्हें एक से अधिक कालेज चुनने का विकल्प और सुझाव दोनों दिया गया है। 20 अक्टूबर तक ही उन्हें आनलाइन रजिस्ट्रेशन भी करना होगा। छात्रों के कालेज चुनने के बाद 25 अक्टूबर से कालेज चयन संबंधी प्रोविजनल पत्र जारी किए जाएंगे। इसी अवधि तक संबंधित कालेजों में प्रमाणपत्रों की जांच और एडमिशन की प्रक्रिया पूरी की जाएगी। पर्षद से जारी बीएड की मेरिट लिस्ट से छह हजार से ज्यादा छात्र छात्राएं बाहर हो गए हैं। पर्षद ने 6048 छात्र छात्राओं की लिस्ट जारी की है जो इस बार बीएड में दाखिला नहीं ले सकेंगे। बीएड आवेदकों से कहां हुई गलती

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आनलाइन आवेदन भरते समय बीएड आवेदकों को यह जानकारी भी देनी थी कि स्नातक में उन्हें कितने प्रतिशत अंक मिले। पर छात्रों ने उस कालम को खाली छोड़ दिया। प्रोविजनल मेरिट लिस्ट जारी कर उन्हें सुधार का मौका भी दिया गया। बावजूद सुधार नहीं किया या किसी कारणवश नहीं कर सके। लिहाजा, मेरिट लिस्ट से बाहर हो गये। इनमें ज्यादातर ऐसे आवेदक हैं जो इस वर्ष स्नातक की फाइनल परीक्षा में अपियर हुए हैं, पर रिजल्ट जारी न होने के कारण स्नातक का अंक प्रतिशत नहीं भर सके जिससे उन्हें बीएड एडमिशन से बाहर रहना पड़ा। ---- पहले जन्म लेनेवाला मार लेगा बाजी

बीएड की मेरिट लिस्ट स्नातक और पीजी के प्राप्तांक के अनुसार जारी की गई है। आवेदन करने वाले अगर दो या उससे ज्यादा अभ्यर्थियों के प्राप्तांक समान हैं तो पहले जन्म लेनेवाला अभ्यर्थी बाजी मार जाएगा। यानी समान अंक वाले अभ्यर्थियों में से उसे प्राथमिकता मिलेगी जिसकी जन्मतिथि पहले है। इसके साथ ही अभ्यर्थी का चयन योग्यता परीक्षा में प्राप्तांक और एनसीसी या एनएसएस प्रमाणपत्र को भी तरजीह मिलेगी।


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