Unlock 1.0 Guidelines: कपड़ा-कॉस्मेटिक व फुटवियर दुकानदारों का भड़का गुस्सा, हेमंत सरकार के विरोध में जगह-जगह प्रदर्शन
झारखंड सरकार ने अनलॉक-1 को लेकर अपना दिशा-निर्देश जारी कर दिया है। एक जून से 30 जून तक के लिए केंद्र सरकार से दो दिन पूर्व जारी गाइडलाइंस को राज्य सरकार ने भी स्वीकृति दी है।
रांची/ धनबाद, जेएनएन। देश 1 जून से लॉकडाउन से बाहर निकल रहा है। अब अनलॉक की प्रक्रिया चल रही है। केंद्र सरकार की गाइडलाइन के अनुसार झारखंड सरकार ने उद्योग-व्यापार और बाजार को छूट देनी शुरू कर दी है। लेकिन सरकार कपड़ा, सैलून और फुटवियर दुकानों को छूट से बाहर कर दिया गया है। इसका कपड़ा, कॉस्मेटिक और फुटवियर दुकानदारों ने विरोध शुरू कर दिया है। धनबाद से लेकर संताल तक व्यवसायी सड़क पर उतर कर विरोध कर रहे हैं। धनबाद के हीरापुर हटिया में व्यवसायियों ने रोड जाम कर दिया है। उपराजधानी दुमका के व्यवसायी भी सरकार के विरोध में सड़क पर उतर गए हैं।
दुमका में दुकानदारों ने किया रोड जाम
सरकार द्वारा रेडीमेड और जूता-चप्पल की दुकानों को खोलने की अनुमति नहीं देने के विरोध में शहर के दुकानदारों ने टीन बाजार में दुमका-भागलपुर मुख्य मार्ग जाम कर दिया। दुकानदारों ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के खिलाफ नारेबाजी की और कहा कि सरकार सब तरह की दुकान खोलने की अनुमति दे चुकी है तो इन दुकानों को खोलने में क्या दिक्कत है। जब तक अनुमति नहीं मिलेगी तब तक मार्ग जाम रहेगा। नगर थाना प्रभारी संजय मालवीय दुकानदारों को समझाने का प्रयास कर रहे हैं। दुकानदार एसडीओ राकेश कुमार को मौके पर बुलाने की मांग कर रहे हैं।
धनबाद के बैंक मोड़ चेंबर के सचिव प्रमोद गोयल ने सरकार के फैसले का स्वागत करते हुए विरोध भी किया है। उन्होंने कहा है कि उद्योग-व्यापार को फिर से चालू करने के लिए सरकार का फैसला स्वागत योग्य है। इस पैसले में बहुत से महत्वपूर्ण सेक्टर-कपड़ा, कॉस्मेटिक, सैलून, फुटवियर छूट गए हैं। यह दुखद और निंदनीय है। हमारी स्थिति काफी दयनीय हो गई है। सरकार को तुरंत पुनर्विचार करना चाहिए।
झरिया के रेडीमेड वस्त्र व्यवसायियों ने दुकानों को खोलने का लिया निर्णय
झारखंड सरकार के निर्णय से नाराज रेडीमेड वस्त्र व्यवसायी संघ झरिया की बैठक सोमवार को बाजार में हुई। दो माह से भी अधिक समय से दुकान बंद कर घर में बैठे दुकानदारों ने सुबह सात से शाम सात बजे तक शारीरिक दूरी का पालन करते हुए दुकानों को खोलने का निर्णय लिया है। संघ के अध्यक्ष श्याम केसरी ने कहा कि लॉकडाउन के कारण व्यापार चौपट हो गया है। उपाध्यक्ष सुरेंद्र केसरी ने कहा कि सरकार की नीति स्पष्ट नहीं है। कुछ व्यवसाय को छोड़कर सभी तरह की दुकानों को खोलने का निर्देश दिया है। सुभाष केसरी ने कहा कि कोरोना से लडऩा व मरना है। ऐसी परिस्थिति में अपने परिवार को भूखा नहीं छोड़ सकते हैं। सभी व्यवसायी मध्यमवर्गीय हैं। इनकी आर्थिक हालत खराब हो गई है। मौके पर भीम जायसवाल, इशान कपूर, संजीव ङ्क्षसह, धर्मेंद्र जायसवाल, हेमंत जायसवाल, गौरव केसरी, बंटी जायसवाल, अमित जायसवाल, अभिषेक साव, नंदकिशोर, पंकज, विजय, चंचल, संजय, दिनेश, परीन प्रकाश, सत्यनारायण आदि थे।
30 जून तक के लिए झारखंड सरकार ने जारी की गाइडलाइन
झारखंड सरकार ने अनलॉक-1 को लेकर सोमवार को अपना दिशा-निर्देश जारी कर दिया है। एक जून से 30 जून तक के लिए केंद्र सरकार से दो दिन पूर्व जारी गाइडलाइंस को राज्य सरकार ने भी स्वीकृति दी है, लेकिन यह गाइडलाइंस कंटेनमेंट जोन के बाहर लागू होगी। राज्य में जिले के भीतर ही पब्लिक ट्रांसपोर्ट, ऑटो रिक्शा, ई-रिक्शा, सामान्य रिक्शा चलाने की अनुमति दी गई है। जो भी ढील दी गई है, वह कंटेंनमेंट जोन से बाहर दी गई है। अभी एक जिले से दूसरे जिले में जाने वाली बसों को अनुमति नहीं दी गई है। इतना ही नहीं, अभी धार्मिक स्थल को खोलने की भी अनुमति नहीं दी गई है। रेस्टोरेंट से पहले होम डिलिवरी की सुविधा दी गई थी। अब कोई भी व्यक्ति रेस्टोरेंट तो जा सकता है लेकिन वहां बैठकर खाने की इजाजत नहीं दी गई है। अनुमति दी गई है कि अब खाना पैक कराएं और घर लेकर जाएं।
कंटेंनमेंट जोन के बाहर जिसे खोलने की मिली है स्वीकृति
- नगर निगम क्षेत्र में भी कंटेंनमेंट जोन के बाहर मोबाइल, घड़ी, इलेक्ट्रानिक उपकरण जैसे टीवी, कंप्यूटर, रेफ्रिजरेटर, एसी, एयर कूलर आदि की सर्विस व पार्ट्स आदि के कारोबार की अनुमति।
- निजी कंपनियों के कॉल सेंटर्स।
- कैपिटल गुड्स की दुकानें, भारी मशीन, जेनरेटर की दुकानें, आइटी हार्डवेयर की दुकानें, नेटवर्किंग उपकरण, साफ्टवेयर, टेलिकॉम उत्पाद की दुकानें।
- इलेक्ट्रिक उपकरण जैसे तार, स्वीच, लाइट, पंखा, एयर कूलर, गिजर व इंवर्टर की दुकानें।
- ऑटोमोबाइल, साइकिल, ट्रैक्टर्स की दुकानें।
- ऑटो एसेसरिज, बैट्री।
- ज्वेलरी दुकानें।
- चश्मा व कांटेक्ट लेंस की दुकानें।
- घडिय़ों की दुकानें।
- रसोई संबंधित उपकरण, क्रोकरी।
- फर्नीचर की दुकानें।
- गैरेज व मोटर वर्कशॉप।