जश्ने आजादी में डूबा कोयलांचल-संताल
देश आजाद हुए सात दशक बीत चुके हैं, लेकिन आज भी उल्लास वही है, जो 72 साल पहले रहा होगा। वासेपुर के आजाद नगर में मुस्लिम महिलाएं हाथों में तिरंगा लेकर निकलीं। तस्वीर : अमित सिन्हा।
जागरण टीम, धनबाद: कोयलांचल से संताल तक आजादी के जश्न में डूबा है। भले ही देश को आजाद हुए सात दशक बीत चुके हों, लेकिन उल्लास वही है, जो 72 साल पहले रहा होगा।
बुधवार की सुबह कोयलांचल से संताल तक लोगों ने तिरंगा फहराकर शहीदों को नमन किया। देश की एकता, अखंडता और अस्मिता को अक्षुण्ण रखने की शपथ ली। सुबह 09:00 बजे से जगह-जगह ध्वजारोहण किया गया। झारखंड की उपराजधानी दुमका में राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने, बोकारो में भू-राजस्व मंत्री अमर बाउरी ने, देवघर में श्रम मंत्री राज पलिवार ने ध्वजारोहण कर तिरंगे को सलामी दी। गिरिडीह, गोड्डा, पाकुड़, साहिबगंज, जामताड़ा समेत सभी अन्य जिलों में लोगों में उत्साह है। धनबाद में मुख्य ध्वजारोहण कार्यक्रम गोल्फ ग्राउंड में हुआ। डीसी ए दोड्डे, मेयर चंद्रशेखर अग्रवाल, एसएसपी मनोज रतन चोथे, एसडीओ अनन्य मित्तल, नगर आयुक्त राजीव रंजन, सिटी एसपी पीयूष पांडेय, ग्रामीण एसपी आशुतोष शेखर, सांसद पीएन सिंह, विधायक राज सिन्हा समेत अन्य ने तिरंगे को सलामी दी।
प्रशासनिक व्यवस्था दुरुस्त और पारदर्शी हो तो आसान होगी विकास का राह: दुमका पुलिस लाइन में राष्ट्रीय ध्वज फहराने के बाद राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने अपने संबोधन में कहा कि झारखंड राज्य विकास के पथ पर अग्रसर है और विकास की इस यात्रा में सरकार सबको साथ लेकर आगे बढ़ने का प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि कल्याणकारी योजनाओं का समुचित लाभ लक्षित समूहों तक पहुंचे, इसके लिए आवश्यक है कि प्रशासन चुस्त-दुरुस्त, संवेदनशील एवं पारदर्शी हो। लोग विभिन्न योजनाओं के प्रति जागरूक हों। अंतिम व्यक्ति तक विकास का लाभ पहुंचे, सभी के चेहरे पर मुस्कान हो, यही हमारे लोकतंत्र का ध्येय है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार द्वारा राष्ट्र के तीव्र विकास के लिए व्यापक पहल किए जा रहे हैं। हमारा देश विभिन्न क्षेत्रों में कीर्तिमान गढ़ रहा है।