ECL: मुगमा के पूर्व महाप्रबंधक के खिलाफ सीबीआइ चार्जशीट, रिश्वत खाते हुए थे गिरफ्तार
ईसीएल मुख्यालय की टीम ने कोयला मंत्रालय के दिशा निर्देश पर विभागीय विजिलेंस की जांच शुरू की है। वे वर्तमान समय निलंबित है तथा उनका कार्यकाल करीब डेढ़ साल बचा हुआ है। दास को सीबीआइ ने रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया था।
आशीष अंबष्ठ , धनबाद। ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड के मुगमा क्षेत्र के महाप्रबंधक (ईएंडएम) अभिजीत दास को साढ़े 19 हजार घूस लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किए जाने के मामले में सीबीआइ ने कोर्ट में चार्जशीट दाखिल किया है। जेल में बंद आरोपित दास के खिलाफ दाखिल चार्जशीट में बताया गया है कि बिजली सामग्री आपूर्ति करनेवाली एजेंसी अजीत इंटरप्राइजेज के प्रेम कुमार सिन्हा से उन्होंने रिश्वत की मांग की थी। जिसकी मिली शिकायत के बाद सीबीआइ धनबाद की टीम ने 20 फरवरी 2021 को ईसीएल मुगमा एरिया कार्यालय से रिश्वत लेते गिरफ्तार किया था। आरोपित पूर्व महाप्रबंधक बीसीसीएल के बस्ताकोला में भी अपनी सेवा दे चुके हैं।
स्पष्ट जवाब नहीं दे पाए दास
जांच के दौरान सीबीआई को आरोपित के धनबाद कार्मिक नगर स्थित आवास और कोलकाता के फ्लैट से पुराने और नये नोट मिलाकर तकरीबन 12 लाख रुपये मिले थे। जिसमें कोलकाता स्थिति फ्लैट से सीबीआइ की टीम को पुराने 4.25 लाख नोट मिले तथा कोलकाता में तीन फ्लैट होने व कोलकाता स्टेट बैैंक ऑफ इंडिया के लाकर में तकरीबन पांच सौ ग्राम के सोना चांदी का आभूषण होने की जानकारी मिली थी। जिसे जब्त कर लिया गया है। इस संबंध में मांगी गई जानकारी का दास कोई स्पष्ट जवाब नहीं दे पाए।
विजिलेंस ने शुरू की जांच
ईसीएल मुख्यालय की टीम ने कोयला मंत्रालय के दिशा निर्देश पर विभागीय विजिलेंस की जांच शुरू की है। वे वर्तमान समय निलंबित है तथा उनका कार्यकाल करीब डेढ़ साल बचा हुआ है।
दोषी करार होने पर जब्त होगी ग्रेच्यूटी व अन्य सुविधा
कोल इंडिया के नियम के मुताबिक विजिलेंस ने सीबीआइ के साथ जांच शुरू कर दी है। जिसकी पुष्टी ईसीएल विजिलेंस के वरीय अधिकारी ने करते हुए कहा कि अगर पूर्व जीएम दोषी पाए जाते हंै तो उनका ग्रेच्यूटी के साथ कंपनी से मिलने वाली सारी सुविधाएं जब्त की जाएगी।