प. बंगाल के उद्योगपति तेजपाल अपहरण का तार धनबाद से जुड़ा, मुगमा से कार बरामद
झारखंड की सीमा से सटे प. बंगाल के बराकर निवासी उद्योगपति तेजपाल बुधवार सुबह कारखाने जा रहे थे उसी दौरान अपराधियों ने उन्हें अगवा कर लिया।
मुगमा/आसनसोल, जेएनएन। फिराैती के लिए अपराधियों ने प. बंगाल-झारखंड सीमा के निकट सालानपुर के नकड़ाजोडिय़ा से युवा उद्योगपति तेजपाल सिंह को अपहृत कर लिया है। अपराधी उद्योगपति के वाहन को झारखंड के धनबाद जिले के मुगमा में छोड़कर भाग निकले। प. बंगाल पुलिस ने उद्योगपति तेजपाल की बरामदगी के लिए झारखंड पुलिस के साथ मिलकर काम कर रही है।
पुलिस वर्दी में थे अपराधीः झारखंड की सीमा से सटे प. बंगाल के बराकर निवासी उद्योगपति तेजपाल बुधवार सुबह कारखाने जा रहे थे, उसी दौरान अपराधियों ने उन्हें अगवा कर लिया। सूत्रों के अनुसार, अपराधी पुलिस की वर्दी में थे। हालांकि समाचार लिखे जाने तक परिजनों ने इसकी शिकायत पुलिस से नहीं की। फिर भी पुलिस आयुक्त लक्ष्मी नारायण मीणा के नेतृत्व में पुलिस की टीम ने कारखाने के बाहर जाकर छानबीन की। प्रत्यक्षदर्शियों के बयान के आधार पर पुलिस ने झारखंड में छानबीन की।
मुगमा से वाहन बरामदः धनबाद जिले के मुगमा से उद्योगपति तेजपाल का वाहन लावारिस अवस्था में बरामद किया। तेजपाल अपने फाच्र्यूनर वाहन से कारखाना आ रहे थे, लेकिन कारखाने के गेट पर ही पहले से घात लगाते अपहरणकर्ताओं ने चालक समेत उन्हें अगवा कर लिया। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार दो सफेद वाहन काफी तेज गति से कल्याणेश्वरी से मैथन डैम होते हुए झारखंड की ओर निकल गए। पुलिस को झारखंड में कुछ सीसीटीवी फुटेज भी मिला है।
दो वाहनों में आए थे अपहरणकर्ताः अपहरणकर्ता दो कार में सवार थे। नकड़ाजोडिय़ा स्थित अपनी फैक्ट्री जा रहा व्यवसायी जैसे ही कल्याणेश्वरी पार किया अपहरणकर्ताओं ने दोनों ओर से उन्हें कवर कर लिया। सुनसान स्थान देख अपराधियों ने आगे चल रही वाहन को रोका तथा पीछे का वाहन जाकर उनके वाहन के पीछे से सटा दिया तथा दोनों वाहनों में मौजूद अपहर्ताओं ने चालक व व्यवसायी को अपनी गिरफ्त में ले अपने वाहन में बैठा लिया। जबकि एक अपहरणकर्ता व्यवसायी के वाहन को खुद ड्राइव करते हुए मुगमा की ओर लाकर सुनसान स्थान पर खड़ा कर दिया। पुलिस को गुमराह करने के लिए व्यवसायी के वाहन को मुगमा बाइपास पर खड़ा कर फरार हो गए।
अंतिम टावर लोकेशन देवियानाः पुलिस ने व्यवसायी के मोबाइल टावर लोकेशन निकाला तो उसका अंतिम लोकेशन देवियाना दिखा रहा था। पुलिस देवियाना के आस-पास के इलाकों की सघन छापेमारी की। परंतु वहां कुछ भी नहीं मिला। पुलिस का मानना है कि पुलिस को गुमराह करने के लिए अपहरणकर्ताओं ने मोबाइल का लोकेशन देवियाना तक लाकर छोड़ दिया है। ताकि लोग समझे कि व्यवसायी का अपहरण कर झारखंड या इसी रास्ते से ले जाया गया।
इधर. बंगाल पुलिस की तरफ से मैथन स्थित मेन गेट में सीसीटीवी फुटेज की जांच में पता चला है कि सुबह 11: 30 बजे मैथन के रास्ते से ही उद्योगपति की कार को ले जाया गया है।