टाटा स्टील के लोहे से बनेंगे बुलेट ट्रेन के स्टेशन
बुलेट ट्रेन के लिए जो भी आधारभूत संरचना तैयार होगी, उसमें टाटा स्टील के उत्पाद का इस्तेमाल किया जाएगा।
जागरण संवाददाता, जमशेदपुर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत की स्वतंत्रता के 75 साल पूरे होने के अवसर पर 15 अगस्त, 2022 को बुलेट ट्रेन की सेवाएं शुरू करने की घोषणा की है। देश की पहली बुलेट ट्रेन अहमदाबाद-मुंबई के बीच चलाई जाएगी। इस महत्वाकांक्षी परियोजना को भारत जापान के साथ मिलकर पूरा करेगा। देश की दिग्गज स्टील निर्माता कंपनी टाटा स्टील भी इस परियोजना से जुड़ने को इच्छुक है। अगर सब कुछ सही रहा तो बुलेट ट्रेन के लिए बनने वाले रेलवे स्टेशन, कटीली फेंसिंग और पुल के निर्माण में टाटा स्टील के इस्पात, ट्यूब व वायर का प्रयोग होगा। इसके लिए टाटा स्टील, गुजरात की कंपनियों से बात कर रही है।
सरकार ने प्रथम चरण में संबंधित रेलमार्ग पर 35 ट्रेनों के परिचालन का निर्णय लिया है। वहीं, 2050 तक 105 बुलेट ट्रेन चलाने का लक्ष्य तय किया गया है। टाटा स्टील के मासिक कार्यक्रम एमडी ऑनलाइन में मंगलवार को झरिया डिवीजन के संतोष महतो ने प्रबंध निदेशक से सवाल किया कि देश में बुलेट ट्रेन आने की बात कही जा रही है तो क्या इसमें टाटा स्टील के लोहे या स्टील का इस्तेमाल होगा? कंपनी को इसके लिए आर्डर मिल रहा है क्या?
जवाब देते हुए एमडी टीवी नरेंद्रन ने कहा कि हमें नहीं पता कि बुलेट ट्रेन के लिए किस तरह की स्टील का इस्तेमाल होता है। वैगन देश में बन रहे हैं या बाहर से आयात होगा, यह भी नहीं पता। संतोष महतो की जिज्ञासा को शांत करते हुए मार्केटिंग के वाइस प्रेसिडेंट पीयूष गुप्ता ने बताया कि भारतीय रेल को टाटा स्टील प्रतिवर्ष एक लाख टन स्टील देती है। बुलेट ट्रेन के लिए जो भी आधारभूत संरचना तैयार होगी, उसमें टाटा स्टील के उत्पाद का इस्तेमाल किया जाएगा। इसके लिए कई स्तर पर बातचीत चल रही है।
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