जहां पैतृक गांव वहीं पर लोस चुनाव कराएंगे बोकारो डीसी डॉ. शैलेश, झामुमो को आपत्ति
भारत निर्वाचन आयोग का आदेश है कि कोई भी अफसर अपने गृह जिला में चुनावी ड्यूटी नहीं कर सकते। इस आधार पर जो अफसर गृह जिला में पदस्थापित रहे हैं उन्हें इधर से उधर किया गया है।
धनबाद, अश्विनी रघुवंशी। गिरिडीह लोकसभा क्षेत्र के निर्वाचन पदाधिकारी बोकारो के उपायुक्त हैं। अभी डा. शैलेश चौरसिया बोकारो के उपायुक्त हैं। उनका पैतृक गांव गिरिडीह लोकसभा क्षेत्र के दायरे में आने वाला तोपचांची का भेलाटांड गांव है। जहां पैतृक गांव है वही का लोकसभा चुनाव वे कराएंगे। प्रमुख विपक्षी दल झामुमो ने भारत निर्वाचन आयोग में आपत्ति दर्ज कराने का फैसला लिया है।
भारत निर्वाचन आयोग का आदेश है कि कोई भी अफसर अपने गृह जिला में चुनावी ड्यूटी नहीं कर सकते। इस आधार पर जो अफसर गृह जिला में पदस्थापित रहे हैं, उन्हें इधर से उधर किया गया है। अमूमन जिन अफसरों का पैतृक आवास लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र में है, वहां पर उन्हें चुनाव कराने की जवाबदेही नहीं दी जाती। वजह यह है कि इससे चुनाव की निष्पक्षता पर संदेह रहता है। झारखंड सरकार के कार्मिक, प्रशासनिक एवं राजभाषा सुधार विभाग ने एक माह पहले डा. शैलेश चौरसिया का बोकारो डीसी के पद पर पदस्थापन किया, तो इस तथ्य पर गौर नहीं किया गया कि उनका पैतृक गांव उसी लोकसभा क्षेत्र में है जहां के वे निर्वाचन पदाधिकारी होंगे। बता दें कि डा. शैलेश चौरसिया २००७ बैच के मणिपुर कैडर के आइएएस अफसर हैं। फिलहाल प्रतिनियुक्ति पर अपने गृह प्रदेश में आए हैं।
निर्वाचन आयोग को सही तथ्य नहीं बताने पर हटे थे मृत्युंजय बर्णवाल: डा शैलेश चौरसिया के पहले मृत्युंजय बर्णवाल बोकारो के उपायुक्त थे। रांची में भारत निर्वाचन आयोग के शीर्ष अफसरों की बैठक में मृत्युंजय बर्णवाल ने चुनावी तैयारी के मसले पर प्रजेटेंशन दिया था। इसमें सही तथ्य नहीं होने और चुनावी तैयारी पर सही जवाब नहीं देने के कारण मृत्युंजय बर्णवाल को बोकारो डीसी के पद से हटाया गया था। उनके साथ बोकारो एसपी कार्तिक एस की भी विदाई हो गई। फिर लोकसभा चुनाव की वजह से बोकारो डीसी विवाद में आ गए हैं।
कोडरमा लोकसभा में धनबाद एसएसपी का पैतृक गांव: झामुमो ने धनबाद एसएसपी किशोर कौशल और ग्रामीण एसपी अमन कुमार को भी हटाने की मांग की है। तर्क दिया गया कि उनका पैतृक गांव गिरिडीह लोकसभा क्षेत्र के दायरे में आता है। गिरिडीह लोकसभा क्षेत्र का बड़ा हिस्सा धनबाद जिला में भी है। कार्मिक, प्रशासनिक सुधार व राजभाषा विभाग ने दोनों अधिकारियों की फाइलों को खंगाल लिया है। धनबाद एसएसपी किशोर कौशल का पैतृक गांव खेतको बगोदर विधानसभा क्षेत्र के भीतर है। उनका गांव कोडरमा लोकसभा क्षेत्र के दायरे में आता है। धनबाद के ग्रामीण एसपी अमन कुमार का पैतृक गांव राजधनवार है। यह भी कोडरमा लोकसभा क्षेत्र का हिस्सा है। इस वजह से दोनों अधिकारियों को राहत है।