BJP MP Sakshi Maharaj: दिल्ली लौटने पर पहले हेमंत सरकार पर बरसे महाराज, काशी-मथुरा का भी जल्द होगा समाधान
BJP MP Sakshi Maharaj क्वारंटाइन मुक्त होने के बाद धनबाद पहुंचे साक्षी महाराज ने कहा कि झारखंड में मिशनरी गतिविधियां चरम पर है। कहा कि काशी व मथुरा का भी समाधान किया जाएगा।
धनबाद, जेएनएन। BJP MP Sakshi Maharaj श्रीराम मंदिर का मामला सुलझ चुका है। भूमि पूजन हो चुकी है। जल्द ही काशी विश्वनाथ और श्रीकृष्ण जन्मभूमि मथुरा का भी समाधान किया जाएगा। केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार घोषणा पत्र से दो कदम आगे चल रही है। सरकार इन मुद्दों को भी जरूर सुलझाएगी। बेहतर होगा कि मुस्लिम समाज यह मान ले कि काशी विश्वनाथ, श्रीकृष्ण और श्रीराम के बिना इस देश की परिकल्पना बेमानी है। वे स्वयं आगे आकर वह भूमि हमें सौंप दें। ठीक उसी प्रकार, जिस प्रकार अंसारी बंधुओं ने अयोध्या में हमारा सहयोग किया। यह कहना था भाजपा के फायर ब्रांड नेता व उन्नाव के सांसद साक्षी महाराज का।
सांसद साक्षी महाराज गिरिडीह में क्वारंटीन हटाए जाने के बाद दिल्ली रवाना होने के लिए रविवार को धनबाद पहुंचे थे। वे राजधानी एक्सप्रेस से दिल्ली रवाना हुए। धनबाद रेलवे स्टेशन पर बातचीत के दौरान साक्षी महाराज ने कहा कि जितने भी मुद्दे हमारे समक्ष थे और नए मुद्दे आए हैं, उन पर काम होगा। सरकार ने 370 के साथ 35ए भी हटाया, सीएए के साथ तीन तलाक भी हटाया। उसी तरह जल्द ही जनसंख्या नियंत्रण बिल भी संसद में पेश करेगी। यह बहुत जरूरी है। स्वयं सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि देश में कभी भी जनसंख्या विस्फोट हो सकता है और सारी चीजें अव्यवस्थित हो सकती हैं। सरकार इस पर गंभीरता पूर्वक काम कर रही है।
मिशनरियों के हाथों बिक गई झारखंड सरकार : उन्नाव सांसद ने कहा कि झारखंड की झामुमो और कांग्रेस की सरकार मिशनरियों के हाथों बिक गई है। उन्होंने कहा कि भाजपा के अतिरिक्त जो भी राज्य सरकारें हैं वह वोट के लिए देश को भी गिरवी रख सकती हैं। वोट के कारण झारखंड की सरकार हो, बंगाल की या केरल की। मुस्लिम और मिशनरियों के तुष्टीकरण में लगी हुई है। लॉकडाउन में व्यापक पैमाने पर मिशनरियों ने धर्मांतरण का प्रयास किया। हालांकि हमारे लोग भी सक्रिय हैं और प्रतिवाद कर रहे हैं।
भाजपा कार्यकर्ताओं से डरी हुई है सरकार : महाराज ने कहा कि झारखंड की सरकार भाजपा कार्यकर्ताओं से डरी हुई है। और उसे प्रशासन के जोर पर दबाने का प्रयास कर रही है। लेकिन भाजपाई डरने वाले नहीं। उन्हें विपक्ष का लंबा अनुभव है। उन्हें जितना दबाया जाएगा उतना ही वे मुखर होंगे। धनबाद सहित कई जगहों से कार्यकर्ताओं पर हमले और गलत मुकदमे की बातें सामने आ रही हैं। हम इसका प्रतिकार करेंगे और अन्याय को नहीं सहेंगे। झारखंड की जनता इतने कम समय में ही इस सरकार से परेशान है। पछता रही है इस सरकार से छुटकारा चाह रही है। हेमंत सोरेन, लालू यादव, मुलायम सिंह यादव, सोनिया गांधी सब प्राइवेट लिमिटेड पार्टी हैं। इन्हें देश की जनता नहीं बल्कि एक परिवार के हितों से ही मतलब है। भाजपा का मूल मंत्र है, पहले राष्ट्र, फिर जनता, उसके बाद पार्टी और तब कार्यकर्ता।
भीम आर्मी का कोई अस्तित्व नहीं है : हिंदी पट्टी में जय भीम, जय मीम के बढ़ते जनाधार पर महाराज ने कहा कि जैसे बारिश में कुकुरमुत्ता जगह-जगह पनप जाते हैं, वैसे ही इस तरह के दल और नारे सामने आते हैं और विलीन हो जाते हैं। भाजपा के समर्थन में तमाम पिछड़े व दलित संत महात्माओं को एक मंच पर लाने वाले साक्षी महाराज ने कहा कि यह जय भीम जय मीम हिंदुओं को बांटने की साजिश है। लोग इनकी हकीकत को समझ चुके हैं। इन्हें कहीं समर्थन नहीं मिल रहा। यह सब चुनाव में उभरते हैं और खत्म हो जाते हैं। इनका कोई जनाधार हिंदी पट्टी या उससे बाहर भी कहीं नहीं है।
सरकार के दबाव पर किया गया क्वारंटीन : साक्षी महाराज ने कहा कि उन्हें हेमंत सरकार के दबाव पर क्वारंटीन किया गया। उन्हें 22-1 की सुरक्षा मिली हुई है। जहां भी जाते हैं सरकार व प्रशासन को प्रोटोकॉल के तहत खबर रहती है। यहां भी थी। धनबाद प्रशासन ने वाहन मुहैया कराया। गिरिडीह प्रशासन ने भी शुरू में फोन करके कहा कि उनके ठहरने की व्यवस्था करा दी गई है। वह प्रति माह गिरिडीह अपने आश्रम में वहां की माताजी का हाल-चाल लेने जाते हैं। जब गिरिडीह प्रवेश करने वाले थे तब वहां के उपायुक्त ने कहा कि आप लौट जाएं। हमने कहा कि हम तो आ चुके। स्नान ध्यान करके निकल जाएंगे। इसपर उन्होंने कहा कि एक ही गाड़ी से आइए। एक ही गाड़ी से गए और स्नान-ध्यान करके माता जी से भेंट कर लौट रहे थे। तभी उपायुक्त ने फोन कर कहा कि धनबाद प्रशासन आपको क्वारंटीन कर देगी। इसपर हमने कहा कि ठीक है, हम लौट जाते हैं। पारसनाथ होते हुए आसनसोल चले जाएंगे। लौटते ही उन्होंने क्वारंटीन कर दिया। बाद में बाबूलाल मरांडी समेत तमाम नेताओं के विरोध के बाद आज क्वारंटीन समाप्त किया। हमने कहा कि कागज पर लिखकर दे दे अन्यथा ऐसा ना हो कि धनबाद में भी क्वारंटीन कर दिया जाए। लेकिन कुछ भी लिखित नहीं दिया गया। सांसद होने के नाते एक घंटे भर में लोकसभा अध्यक्ष को सूचना देना अनिवार्य है। वह भी सरकार और प्रशासन ने नहीं दिया है। इससे साफ जाहिर है कि सरकार के दबाव में क्वारंटाइन किया गया और लिखित ना होने की वजह से कल को यह क्वारंटीन के मुद्दे पर मुकर भी सकते हैं।