10 साल पुरानी रंजिश में भाजपा नेता के भाई को पीट-पीटकर मार डाला
धनसार थाना क्षेत्र के मनईटांड़ निवासी बलराम सिंह के बड़े भाई सत्येंद्र सिंह की रविवार रात बेरहमी से पीट कर हत्या कर दी गई। सत्येंद्र बाघमारा के भाजपा विधायक ढुलू महतो का समर्थक था।
संवाद सहयोगी, धनसार: धनसार थाना क्षेत्र के मनईटांड़ निवासी बलराम सिंह के बड़े भाई सत्येंद्र सिंह की रविवार रात बेरहमी से पीट कर हत्या कर दी गई। सत्येंद्र बाघमारा के भाजपा विधायक ढुलू महतो का समर्थक था। घटना का कारण आपसी रंजिश बताया जा रहा है। इस मामले में एक आरोपित विकास सिंह को पुलिस ने सोमवार की देर शाम रणधीर वर्मा चौक से गिरफ्तार कर लिया।
मामले में मनईटांड़ कुम्हार पट्टी निवासी अरुण मंडल, विपिन मंडल, विकास सिंह सहित चार-पांच लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है। बताया जाता है कि मनईटांड़ झारखंड ऑफिस निवासी सत्येंद्र का विवाद कुम्हार पट्टी के अरुण मंडल से 10 वर्षों से चला आ रहा था। दोनों में अदावत इतनी थी कि एक जगह खड़े होते ही पुराने मामले को लेकर टकराव हो जाता था। शनिवार को मां दुर्गा के मूर्ति विसर्जन के दौरान दोनों में फिर विवाद शुरू हो गया। सत्येंद्र के भाई बलराम सिंह ने बताया कि शनिवार को मूर्ति विसर्जन के दौरान अरुण ने केस उठाने की बात कहते हुए जान मारने की धमकी दी थी। इसके बाद सत्येंद्र के साथ रविवार की रात में मारपीट की गई।
बलराम ने बताया कि सत्येंद्र एक निजी कंपनी में काम करके घर आया था, तभी मनईटांड़ का विकास सिंह सत्येंद्र को अपने साथ बुलाकर ले गया। मनईटांड़ कुम्हार पट्टी की गली में अरुण मंडल, विपिन राउत समेत चार-पांच अन्य लोग पहले से घात लगाए हुए थे। सत्येंद्र के पहुंचते ही उनलोगों ने उसे घेर लिया। इसके बाद बेरहमी से उसकी पिटाई कर दी। पत्थर से बार-बार उसके सीने पर प्रहार कर उसे मरणासन्न छोड़ सभी फरार हो गए। सूचना पाकर धनसार पुलिस मौके पर पहुंची और सत्येंद्र को इलाज के लिए पीएमसीएच भेजा। चिकित्सक ने स्थिति गंभीर देखते हुए दुर्गापुर रेफर कर दिया। दुर्गापुर ले जाने के दौरान रास्ते में ही सत्येंद्र की मौत हो गई।
हत्या के बाद फरार हुआ आरोपित का परिवार: बलराम का कहना है कि अरुण अवैध शराब की बिक्री करता है। सत्येंद्र हमेशा इसका विरोध करता था। इस कारण उसकी हत्या कर दी गई। सत्येंद्र की मौत से उसके परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। सत्येंद्र के भाई बलराम पूरी तरह से मर्माहत हैं। सत्येंद्र की पत्नी कंचन देवी, पुत्र रोशन, सम्राट व पुत्री जिया रो रोकर बेहाल हैं। सोमवार को सरायढेला पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम करा परिजनों को सौंप दिया। घटना से क्षेत्र में तनाव उत्पन्न हो गया है। इधर घटना के बाद आरोपित पूरे परिवार के साथ घर में ताला जड़कर फरार हो गये हैं। पुलिस आरोपितों की तलाश में लगातार छापेमारी कर रही है।
"पुरानी रंजिश को लेकर सत्येंद्र की पिटाई कर हत्या कर दी गई है। आरोपितों की तलाश जारी है। हत्यारों को बख्शा नहीं जाएगा।"
- लखन राम, इंस्पेक्टर धनसार थाना