पुलिस, लाठी और जेल का भय दिखा झारखंड में भाजपा चला रही सरकारः बाबूलाल
धनबाद की तो अजब कहानी है।सत्ता में बैठे लोग एक-दूसरे को बेईमान, चोर और चरित्रहीन बता रहे हैं। कहने की जरूरत नहीं है कि पूरी बीजेपी बेईमान हो गई है।
धनबाद, जेएनएन। झारखंड विकास मोर्चा सु्प्रीमो बाबूलाल मरांडी ने मुख्यमंत्री रघुवर दास को तानाशाह करार देते हुए बड़ा हमला बोला है। उन्होंने कहा है कि झारखंड में भाजपा पुलिस, लाठी और जेल का भय दिखाकर सरकार चला रही है।
'पोल खोल-हल्ला बोल' कार्यक्रम के तहत झाविमो प्रमुख बाबूलाल मरांडी रविवार को धनबाद दाैरे पर थे। उन्होंने टुंडी और बाघमारा विधानसभा क्षेत्र में जनसभा कर लोगोंं से समर्थन मांगा। राजगंज में सभा को संबोधित करते हुए कहा कि केंद्र और राज्य की भाजपा सरकार कानून और संविधान को नही मानती। भाजपा ने लोकतांत्रिक संस्थाओ को अपनी मुट्ठी में कर लिया है। इस सरकार को तानाशाह सरकार कहना गलत नही होगा।
धनबाद भाजपा की अजब कहानी, एक-दूसरे को बता रहे चोर और चरित्रहीनः गिरिडीह के भाजपा सांसद रवींद्र पांडेय और बाघमारा के विधायक ढुलू महतो के बीच चल रही बयानबाजी और विधायक ढुलु महतो व राज सिन्हा पर लगे रंगदारी के आरोपों को लेकर मरांडी ने तंज कसा। उन्होंने कहा, धनबाद की तो अजब कहानी है।सत्ता में बैठे लोग एक-दूसरे को बेईमान, चोर और चरित्रहीन बता रहे हैं। कहने की जरूरत नहीं है कि पूरी बीजेपी बेईमान हो गई है।
सीएम के रवैये के कारण दम तोड़ रहे पारा शिक्षकः पूर्व मुख्यमंत्री ने पारा शिक्षकों को लेकर मुख्यमंत्री रघुवर दास पर तीखा हमला बोला। कहा, मुख्यमंत्री रघुवर दास के तानाशाही रवैये के कारण पारा शिक्षक दम तोड़ रहे हैं। एक महीने के अंदर नाै पारा शिक्षकों की माैत हो चुकी है। उन्होंने कहा कि शिक्षकों की मांग सही है। समान काम के बदले समान वेतन पर सरकार को गंभीर होना चाहिए। लोगों से बात करनी चाहिए। हमारी सरकार बनी तो एक बेहतर राज्य बनाएंगे।
झारखंंड से भाजपा का सफाया हो जाएगाः जेवीएम सुप्रीमो ने कहा कि 2014 में हमारी पार्टी को समाप्त करने के लिए भाजपा ने भरपूर कोशिश की। 6 विधायको को करोड़ो रुपये देकर खरीद लिया। दल-दल कानून में अब तक फैसला नही आया। चुनाव होगा तो भाजपा का सफाया हो जाएगा। हमारी सरकार बनेगी। दल बदल मामले में जांच होगी और सभी जेल में होंगे।मरांडी के साथ पूर्व मंत्री डॉ. सबा अहमद, पार्टी महासचिव रमेश राही, जिलाध्यक्ष ज्ञानरंजन सिन्हा, सरोज सिंह आदि उपस्थित थे।