India Lockdown: उठाव नहीं होने पर कोयले के भंडार में भड़क सकती आग, कोयला मंत्रालय चिंतित Dhanbad News
कोल इंडिया प्रतिदिन जहां 260 से 270 रैक कोयला डिस्पैच करता था वर्तमान में 200 रैक ही कोयला डिस्पैच कर पा रहा है। इसमें भी बीसीसीएल की स्थिति सबसे खराब है।
धनबाद, जेएनएन। Coal India की ईकाई कंपनियों में कोयला स्टॉक बढ़ता जा रहा है। अधिक कोयला डंप होने पर अग्नि प्रभावित क्षेत्रों में कोयला में आग लगने का खतरा अधिक बढ़ गया है। कोयला मंत्रलय की चिंता बढ़ गई है। झरिया कोयलांचल में भूमिगत आग लगी हुई है। यहां कोयला का भंडार बढ़ रहा है। भूमिगत आग चिंता बढ़ा रही है।
कोयला मंत्रलय के आर्थिक सलाहकार अनिमेष भारती ने दैनिक जागरण से बातचीत में बताया कि कोयला डिस्पैच में बढ़ोतरी को लेकर ऊर्जा मंत्रलय को पत्र लिखा जा रहा है कि पावर प्लांटों में जहां जगह है, वहां कोयला स्टॉक करने का यार्ड तैयार करें। कोल इंडिया का स्टॉक बढ़ रहा है और डिस्पैच नहीं होने के स्थिति में परेशानी हो रही है। स्थिति यह है कि कई एरिया से रैक डिस्पैच पूरी तरह से ठप पड़ गया है। रैक की कमी है। मालूम हो कि कोल इंडिया प्रतिदिन जहां 260 से 270 रैक कोयला डिस्पैच करता था, वर्तमान में 200 रैक ही कोयला डिस्पैच कर पा रहा है। इसमें भी बीसीसीएल की स्थिति सबसे खराब है। वे औसतन पांच रैक कोयला ही डिस्पैच कर पा रहा है। कई साइडिंग से 14 दिन में कोयला उठाव भी नहीं हुआ है। गत वर्ष भी 530 मिलियन टन कोयला उठाव के करार में 464 मिलियन टन ही कोयला का उठाव पावर प्लांटों ने किया।
कोयला मजदूरों को विशेष सुरक्षा की मांग उठी
कोयला मजदूर इस महामारी के समय अपनी जान हथेली पर रखकर कोयला उत्पादन व डिस्पैच कार्य में लगे हैं। ऐसे में उन्हें विशेष सुरक्षा मिलनी चाहिए। इस पर इनमोसा ने बीसीसीएल के संगठित एवं असंगठित कर्मियों के लिए 50 लाख रुपये का बीमा करवाने की मांग रखी है। अपर महामंत्री इनमोसा कुश कुमार सिंह ने मंगलवार को बीसीसीएल सीएमडी पीएम प्रसाद से मिलकर संगठित एवं असंगठित कर्मियों के हित को देखते हुए 50 लाख रुपये कि बीमा करने का मांग पत्र दिया। सिंह ने कहा कि कोयला उत्पादन में लगे संगठित एवं असंगठित कर्मी और अधिकारी इस विपदा में भी अपने घरों से बाहर निकलकर अपने परिवार को छोड़कर देश की ऊर्जा को सुचारू रखने के लिए कोयला उत्पादन में लगे हुए हैं।