Dhanbad: तेतुलमारी के हरित उद्यान का स्वरूप बिगड़ा, बीसीसीएल प्रबंधन बेखबर
बीसीसीएल कतरास क्षेत्र के तेतुलमारी कोलियरी के अंतर्गत पांडेयडीह चढ़ाई के समीप पौधों से भरा हरित उद्धान का स्वरूप बिगड़ गया है। उद्यान में धीरे-धीरे अतिक्रमण होता जा रहा है। बाहर से आकर लोग झोपड़ी नुमा घर बना कर रह रहे हैं।
संवाद सहयोगी, कतरास: बीसीसीएल कतरास क्षेत्र के तेतुलमारी कोलियरी के अंतर्गत पांडेयडीह चढ़ाई के समीप पौधों से भरा हरित उद्धान का स्वरूप बिगड़ गया है। उद्यान में धीरे-धीरे अतिक्रमण होता जा रहा है। बाहर से आकर लोग झोपड़ी नुमा घर बना कर रह रहे हैं। कुछ लोगों के घरों का निर्माण कार्य चल रहा है। लोगों द्वारा पेड़ों की कटाई कर घरों का निर्माण किया जा रहा है। अगर समय रहते स्थानीय प्रबंधन और पुलिस प्रशासन द्वारा रोक नहीं लगाया गया तो हरित उद्यान पूरी तरह से उजड़ जाएगा।
जिस उद्देश्य को लेकर तत्कालीन सीएमडी बीसीसीएल एके सहाय ने सिजुआ क्षेत्र में उद्यान और पार्क का निर्माण कराया था, किसे मालूम था कि यह अभियान धरा का धरा रह जाएगा। सिजुआ स्टेडियम के पीछे नीरजा सहाय शताब्दी पार्क की स्थिति कमोवेश यही है। एक समय था जब लोग तत्कालीन सीएमडी एके सहाय के सामने पर्यावरण की दिशा में काम करने की बातें कहते नहीं थकते थे, लेकिन आज वैसे यूनियन व जन प्रतिनिधि हैं इसके बावजूद कभी उस ओर झांकने तक नहीं जाते हैं।
भले ही तेतुलमारी कोलियरी के तत्कालीन पीओ क्रमशः राजेंद्र पार्षद सिंह और ईश्वरी प्रसाद सिन्हा नहीं हैं।अपने कार्यकाल में दोनों पदाधिकारियों द्वारा सुरक्षा गार्ड से लेकर पौधों की सेवा करने के लिये वहां (हरित उद्यान में ) कर्मियों को लगाया गया था। प्रतिदिन पौधों में पानी देने से लेकर सुरक्षा का कार्य किया जाता था। हरित उद्यान के चारों सुरक्षा घेरा दिया गया था। जिसे लोगों ने धीरे धीरे नष्ट कर दिया।
उद्यान के बीच से रास्ता बनाकर पार करने लगे थे। प्रबंधकीय अनदेखी के कारण हरित उद्यान के पश्चिम छोर में मां मनसा की मंदिर, यात्री शेड का निर्माण कराया गया है। उसी परिसर में बकरीद, मां मनसा की पूजा, होली, दुर्गा पूजा, काली पूजा के समय पाठा, बकरा का छोटा -हाट लगता है। सिजुआ राजगंज मार्ग के बगल में उसी उद्यान परिसर में लोग अतिक्रमण कर अपने अपने घर बना रहे हैं।