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बीसीसीएल ने तीन कंपनियों का कोल लिंकेज किया बंद

जिला खनन पदाधिकारी अजीत कुमार द्वारा बीसीसीएल के तकनीकी निदेशक (संचालन) को भेजे गए पत्र में कहा गया कि कोल लिंकेज के कोयला की कालाबाजारी की शिकायतें पहले भी मिलती रही है। इससे बीसीसीएल के साथ राज्य सरकार के राजस्व को भी नुकसान हो रहा है।

By MritunjayEdited By: Published: Sat, 24 Jul 2021 11:53 AM (IST)Updated: Sat, 24 Jul 2021 11:53 AM (IST)
बीसीसीएल ने तीन कंपनियों का कोल लिंकेज किया बंद
भारत कोकिंग कोल लिमिटेड का लोगो ( फाइल फोटो)।

अश्विनी रघुवंशी, धनबाद। बीसीसीएल द्वारा उद्योगों को प्रोत्साहन देने के लिए कोल लिंकेज के तहत सस्ती दर पर कोयला देता है। बंगाल में पुरुलिया की तिरुमाला बालाजी हार्ड कोक इंडस्ट्रीज और सत्यम हार्ड कोक इंडस्ट्रीज ने बीसीसीएल से सस्ती दर पर कोयला लेकर गोविंदपुर में जंगलपुर के श्रीराम हार्ड कोक एंड एलायज लिमिटेड को ऊंची दर पर बेच दिया। जिला खनन विभाग ने इस घपलेबाजी को पकड़ा और प्राथमिकी दर्ज कराई है।

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जिला खनन पदाधिकारी अजीत कुमार ने शुक्रवार को बीसीसीएल प्रबंधन को पत्र दिया कि तीनों कंपनियों को कोल लिंकेज के तहत कोयला नहीं दिया जाय और उनके खिलाफ कार्रवाई की जाय। खनन पदाधिकारी का पत्र मिलने के महज दो घंटे के भीतर बीसीसीएल के प्रबंधन ने पुरुलिया की तिरुमाला बालाजी हार्ड कोक इंडस्ट्रीज एवं सत्यम हार्ड कोक इंडस्ट्रीज के साथ गोविंदपुर के श्रीराम हार्ड कोक एंड एलायज को कोल लिंकेज का कोयला देने पर तत्काल प्रतिबंध लगा दिया। बीसीसीएल महाप्रबंधक (मार्केटिंग एंड सेल्स) यूबी सिंह ने इसका आदेश निर्गत किया। इससे इतर बीसीसीएल तकनीकी निदेशक (संचालन) चंचल गोस्वामी ने पूरे मामले की आंतरिक जांच का भी आदेश दिया है। जिन कोलियरी से दोनों कंपनियों को लिंकेज के कोयला का आवंटन किया गया है, वहां के बीसीसीएल अधिकारियों को गहराई से जांच कर रिपोर्ट देने को कहा गया है। अगर आरोप में सत्यता पाई गई तो तीनों कंपनियों को बीसीसीएल प्रबंधन द्वारा काली सूची में डाला जाएगा।

कोल लिंकेज पाने वाली सभी कंपनियों को जांच होगी

जिला खनन पदाधिकारी अजीत कुमार द्वारा बीसीसीएल के तकनीकी निदेशक (संचालन) को भेजे गए पत्र में कहा गया कि कोल लिंकेज के कोयला की कालाबाजारी की शिकायतें पहले भी मिलती रही है। इससे बीसीसीएल के साथ राज्य सरकार के राजस्व को भी नुकसान हो रहा है। खनन पदाधिकारी ने अनुशंसा की है कि कोल लिंकेज का लाभ लेने वाली सभी कंपनियों एवं व्यवसायियों की जांच की जाय। बीसीसीएल प्रबंधन ने जांच करने पर सहमति जताई है।

इसीएल और सीसीएल प्रबंधन को भी कोल लिंकेज पर किया बाखबर

कोल लिंकेज के कोयला की कालाबाजारी करने के मसले पर जिला खनन कार्यालय की कार्रवाई के बाद बीसीसीएल प्रबंधन ने इस मसले पर ईसीएल (ईस्टर्न कोल फील्ड लिमिटेड) और सीसीएल (सेंट्रल कोल फील्ड लिमिटेड) प्रबंधन को भी बाखबर किया है। ईसीएल और सीसीएल के महाप्रबंधकों को भी कोल लिंकेज के कोयला के घपला में शामिल तीनों कंपनियों की सूची उपलब्ध कराई गई है।

उत्पादन मूल्य पर कोल लिंकेज का कोयला लेकर घपला किए जाने की शिकायतें पहले भी मिलती रही है। इस बाबत बीसीसीएल प्रबंधन से पहले भी पत्राचार किया गया है। बीसीसीएल प्रबंधन ने फिलहाल तीनों कंपनियों को कोल लिंकेज का कोयला देने पर प्रतिबंध लगा दिया है। खनन विभाग भी ऐसे मसले की जांच करता रहेगा।

अजीत कुमार, जिला खनन पदाधिकारी, धनबाद

बीसीसीएल प्रबंधन ने कोयला आधारित उद्यम को प्रोत्साहित करने के लिए कोल लिंकेज की व्यवस्था बनाई है ताकि ऐसे उद्योगों को सस्ता कोयला मिले। कोल लिंकेज के कोयला में घपला घोर अपराध है। जहां से कोयला का उठाव किया गया है, वहां से रिपोर्ट तलब की गई है। गोविंदपुर थाना में खनन विभाग द्वारा दर्ज प्राथमिकी के सारे पहलुओं की गहन जांच की जाएगी। दोषी पाए जाने पर कंपनियों का कोल लिंकेज रद्द किया जाएगा।

चंचल गोस्वामी, तकनीकी निदेशक (अभियान), बीसीसीएल


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