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जिस कॉलेज में पिता पढ़ाते थे उसके सेकंड कैंपस के लिए बेटे ने की पहल, जानिए Dhanbad News

प्रधान सचिव ने कहा कि परीक्षा भवन के साथ-साथ कॉलेज के प्रवेश द्वार का चौड़ीकरण भी कराया जाएगा और इसके लिए आइआइटी से बात करेंगे।

By Edited By: Published: Tue, 10 Dec 2019 03:00 AM (IST)Updated: Tue, 10 Dec 2019 08:11 AM (IST)
जिस कॉलेज में पिता पढ़ाते थे उसके सेकंड कैंपस के लिए बेटे ने की पहल, जानिए  Dhanbad News
जिस कॉलेज में पिता पढ़ाते थे उसके सेकंड कैंपस के लिए बेटे ने की पहल, जानिए Dhanbad News

धनबाद, जेएनएन। पिता जिस पीके राय मेमोरियल कॉलेज के रसायन विभाग में प्रोफेसर रह चुके हैं, अब बेटे ने उस कॉलेज को सेकंड कैंपस देने की पहल की है। जी हां, उच्च एवं तकनीकी शिक्षा कौशल विकास विभाग के प्रधान सचिव शैलेश कुमार सिंह पीके राय कॉलेज के प्रोफेसर डॉ. आरबी सिंह के पुत्र हैं।

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सिंह ने कॉलेज के निरीक्षण के दौरान सोमवार को कैंपस-2 को लेकर प्राचार्य समेत शिक्षकों के साथ काफी देर तक बातचीत की। प्राचार्य को यह जिम्मेदारी भी सौंपी कि कॉलेज के कैंपस-2 के लिए जमीन तलाशें। विभाग इसमें कॉलेज की पूरी मदद करेगा। परीक्षा भवन और मुख्य द्वार के चौड़ीकरण को लेकर आइआइटी से करेंगे बात निरीक्षण के दौरान कॉलेज प्राचार्य ने उन्हें बहुप्रतिक्षित परीक्षा भवन को लेकर आ रही अड़चनों से भी अवगत कराया। बताया गया कि आइआइटी के साथ परीक्षा भवन को लेकर अब तक सहमति नहीं बन सकी है जिस वजह से योजना लंबित है।

प्रधान सचिव ने कहा कि परीक्षा भवन के साथ-साथ कॉलेज के प्रवेश द्वार का चौड़ीकरण भी कराया जाएगा और इसके लिए आइआइटी से बात करेंगे। उन्होंने निर्माणाधीन भवन का जायजा लिया और कॉलेज परिसर का मुआयना भी किया। कॉलेज के पास सिर्फ आठ स्थायी शिक्षक, अन्य संविदा पर प्राचार्य ने प्रधान सचिव को कॉलेज में शिक्षकों व शिक्षकेतर कर्मियों की कमी को लेकर भी पहल करने का आग्रह किया। बताया कि तकरीबन 12 हजार छात्र छात्राओं वाले कॉलेज में अब सिर्फ आठ स्थायी शिक्षक हैं। अन्य संविदा पर काम कर रहे हैं। प्रधान सचिव ने कि सभी पद जल्द भरे जाने की बात कही।

कैंपस-2 के लिए 15 से 20 एकड़ जमीन का दिया जाएगा प्रस्ताव कॉलेज प्राचार्य डॉ. बीके सिन्हा ने कहा कि पहले भी कैंपस-2 के लिए एचआरडी और निगम को प्रस्ताव भेजा गया था। कॉलेज के सेकेंड कैंपस के लिए 15 से 20 एकड़ जमीन की आवश्यकता है। जल्द से जल्द सेकेंड कैंपस के लिए जमीन तलाशने की कोशिश की जाएगी।


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