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बजाज फाइनेंस कार्ड धारकों से सात करोड़ की ठगी

गिरोह के पकड़े जाने की खबर पाकर धनबाद थाना पहुंचे बजाज फाइनेंस के लीगल एडवाइजर, झारखंड शिवचंद्र चौधरी ने बताया कि कार्ड धारकों से देश भर में ठगी हो रही है।

By Edited By: Published: Wed, 25 Jul 2018 08:52 AM (IST)Updated: Wed, 25 Jul 2018 05:20 PM (IST)
बजाज फाइनेंस कार्ड धारकों से सात करोड़ की ठगी

धनबाद, जेएनएन। बजाज फाइनेंस कार्ड धारकों से देश भर में करीब सात करोड़ की ठगी हुई है। धनबाद पुलिस ने बजाज फाइनेंस कार्ड नंबर और एटीएम का कोड पूछकर चूना लगाने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया है। सिर्फ इस गिरोह ने धनबाद व बोकारो के बजाज फाइनेंस कार्ड व एटीएम धारकों को करीब अस्सी लाख रुपये का चूना लगाया है। गिरोह के पकड़े जाने की खबर पाकर धनबाद थाना पहुंचे बजाज फाइनेंस के लीगल एडवाइजर, झारखंड शिवचंद्र चौधरी ने बताया कि कार्ड धारकों से देश भर में ठगी हो रही है। अब तक करीब सात करोड़ का चूना शातिर गिरोहों द्वारा लगाया जा चुका है। इधर धनबाद में पकड़े गए गिरोह में गिरिडीह व जामताड़ा के साइबर अपराधी शामिल है। गिरोह का एक सदस्य नंदलाल मंडल (गिरिडीह, ताराटांड़) को पकड़कर पुलिस ने जेल भेजा है। नंदलाल मंडल साइबर अपराधियों के सरगना सीताराम मंडल के भतीजे अमित मंडल का साथी है।  

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कार्ड का नंबर जानकर बदलवा देता था रजिस्ट्रड मोबाइल नंबर

बजाज फाइनेंस कार्ड धारकों के साथ ठगी करने के लिए वह फोन पर ही कार्ड नंबर जान लेता था। इसके बाद कंपनी के ग्राहक सेवा केंद्र में फोन करता था। फोन कर बताता था कि उसका रजिस्ट्रड मोबाइल नंबर कहीं खो गया है। चूंकि कंपनी की तरफ से कार्ड नंबर की मांग की जाती है। वह कार्ड नंबर जान चुका होता है, इस कारण ग्राहक सेवा केंद्र वाले को कार्ड नंबर बता देता था। तब कंपनी उसके रिक्वेस्ट को स्वीकारते हुए मोबाइल नंबर को बदल देती है। अब उसके पास कार्ड नंबर और उसका अपना मोबाइल नंबर होता है। फिर वह आसानी से कार्ड नंबर के आधार पर कहीं भी खरीदारी कर सकता है, क्योंकि कंपनी द्वारा ओटीपी अब उसके मोबाइल पर भेजी जाती है। इधर कार्ड धारक को इस खरीदारी की सूचना तक नहीं मिल पाती। उन्हें ठगी की सूचना तब मिलती थी, जब उनके बैंक खाते से किस्त की राशि कटनी शुरू होती है।

दो हजार नंबरों पर किया था फोन

नंदलाल राम के पास से बरामद मोबाइल का कॉल डिटेल निकाला गया है। उसके पास दो मोबाइल थे। इनमें एक एंड्रॉयड व दूसरा साधारण सेट है। साधारण सेट से वह सीरिज नंबरों पर फोन करता जाता था। यानि किसी नंबर को फोन करने के बाद वह ठीक उसके एक अंक आगे के नंबर पर फोन करता था। इसी में जो फंस गया, उसके साथ ठगी कर लेता था। कोड या ओटीपी बता दिया तो रकम का ऑन लाइन ट्रांजेक्शन कर लेता था।

 ठेला वाले ने था पकड़ा

बैंकमोड़ के एक ठेला वाले ने नंदलाल मंडल को पकड़ा था। असल में बैंकमोड़ से एक वाशिंग मशीन किस्त पर ली गई थी। उक्त वाशिंग मशीन को नंदलाल ने बीच रास्ते से उतार लिया था। नंदलाल ने सामान रिसीव करने संबंधी हस्ताक्षर भी ठेले वाले के कागज पर नहीं किया था। इस कारण ठेले वाले को डांट पड़ी थी। नंदलाल किसी काम से बैंकमोड़ गया था। तब उसे ठेले वाले ने पकड़ लिया। हंगामा देखकर पुलिस उसे पकड़कर थाना लाई।

बजाज की तरफ से शिकायत

बजाज फाइनेंस कंपनी के तौफिक अहमद ने बताया था कि डीएस कॉलोनी के रहने वाले मनोज कुमार के कार्ड से 29625 रुपये की ठगी हो गई थी। अज्ञात के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज हुई थी। छानबीन में पुलिस ने पाया कि यह ठगी उक्त गिरोह ने की थी। नंदलाल ने अमित मंडल समेत दो अन्य का नाम पुलिस के समक्ष उगला है। नंदलाल को पुलिस ने जेल भेज दिया, जबकि अमित की गिरफ्तारी के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है। अमित करमाटांड़ जामताड़ा का रहने वाला है।


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