ग्रामीणों ने बेनीडीह में आउटसोर्सिग के खिलाफ किया प्रदर्शन, पुलिस से नोकझोंक
बाघमारा ब्लॉक दो क्षेत्र के बेनीडीह में स्थित मां अंबे आउटसोर्सिग कंपनी द्वारा फैलाए जा रहे प्रदूषण के खिलाफ ग्रामीणों ने प्रदर्शन किया। दर्जनों की संख्या में जयरामडीह रथटांड़ टेलोटांड़ खोखीबिगहा के ग्रामीण बेनीडीह वर्कशॉप स्थित मां अंबे के कार्यलय के समक्ष पहुंचे और जमकर नारेबाजी की।
संवाद सहयोगी, बाघमारा : ब्लॉक दो क्षेत्र के बेनीडीह में स्थित मां अंबे आउटसोर्सिग कंपनी द्वारा फैलाए जा रहे प्रदूषण के खिलाफ ग्रामीणों ने प्रदर्शन किया। दर्जनों की संख्या में जयरामडीह, रथटांड़, टेलोटांड़, खोखीबिगहा के ग्रामीण बेनीडीह वर्कशॉप स्थित मां अंबे के कार्यलय के समक्ष पहुंचे और जमकर नारेबाजी की। ग्रामीण काफी उग्र थे। सूचना पाकर बाघमारा थाना प्रभारी सूबेदार कुमार यादव दल बल के साथ पहुंचे और ग्रामीणों को शांत करवाया। इस दौरान ग्रामीणों की पुलिस के साथ नोकझोंक भी हुई। ग्रामीणों का नेतृत्व लुतिपहाड़ी पंचायत के प्रधान नरेश गुप्ता कर रहे थे। उनका कहना था कि आउटसोर्सिग कंपनी कोयला उत्खनन करने के दौरान काफी धूल उड़ा रही है। जिससे लोगों में कई तरह की बीमारियों का फैल रही हैं। कंपनी खनन नियमों का पालन नहीं कर रही है। पुलिस ने कंपनी के साथ वार्ता कर इस मुद्दे का समाधान करने का आश्वासन देने के बाद प्रदर्शन समाप्त हुआ। प्रदर्शन में शफीक खान, लखित यादव, सुरेंद्र चोहान, लालू मुखर्जी, जमुना केवट, हुसैन अंसारी, पंकज विश्वकर्मा, शंकर चौहान, नीरज गुप्ता, परवेज अंसारी थे। लॉकडाउन की उड़ी धज्जियां : मां अंबे माइनिग कैंप के समक्ष प्रदर्शन के दौरान कोरोना गाइडलाइन की खुलकर धज्जियां उड़ाई गई। पुलिस के सामने लोगों ने सामाजिक दूरी के नियमों को तार-तार कर दिया। अभी जब राज्य सरकार द्वारा किसी भी तरह के धरना प्रदर्शन या सार्वजनिक कार्यक्रमों पर रोक लगी हुई है। ऐसे में पंचायत चुनाव सामने आता देख पंचायत के जनप्रतिनिधि कोरोना महामारी को दरकिनार कर लोगों को जमा कर राजनीतिक रोटी सेंकने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे है।