High- Profiled Love Extortion Case: 'झारखंड पुलिस मेरी मुट्ठी में, कुछ नहीं बिगाड़ पाओगे' कहकर धमकाता था बादल, दुष्कर्म पीड़िता ने बयां किया दर्द, जांच हो तो कई IPS अधिकारी फंसेंगे
बादल ने कोलकाता बनारस और फिर रांची में दुष्कर्म किया। पीड़िता के प्रेमी को शूटरों के बीच गन प्वाइंट पर बंधक बनाकर पुलिस के वरीय अधिकारियों के समक्ष उसे पिता के खिलाफ शिकायत कराने ले जाया गया था। बादल उसे अक्सर रेड लाइट एरिया में बेचने की धमकी देता था।
धनबाद, जेएनएन। दुष्कर्म की शिकार बीसीसीएल के पूर्व निदेशक की पुत्री ने धनबाद कोर्ट में 164 के तहत बयान दर्ज कराने के बाद मीडिया के सामने आकर आरोपित बादल गौतम के कुकर्म का खुलासा किया है। कहा- झारखंड में बादल कई आइपीएस अधिकारियों से अक्सर बात करता था। वह यह कहकर धमका था कि-'झारखंड पुलिस उसकी मुट्ठी में है। मेरा कुछ भी बिगाड़ नहीं पाओगे।' जामताड़ा में भी वह एक आइपीएस अफसर से मिला था। यहां तक कि एक न्यूज चैनल के मीडियाकर्मी के भी संपर्क में था। कोर्ट में बयान में भी पीडि़ता ने मीडियाकर्मी का नाम अंकित करवाया है।
जीबी रोड में बेचने की धमकी दी
पीड़िता ने गुरुवार को मीडिया के साथ अपना दर्द साझा करते हुए कहा कि बादल गौतम ने उसके प्रेमी संकेत और उसको अंधेरे में रखकर अपहरण किया था। कोलकाता से बनारस और फिर रांची में उसके साथ दुष्कर्म किया गया। उसके प्रेमी को शूटरों के बीच गन प्वाइंट पर बंधक बनाकर पुलिस के वरीय अधिकारियों के समक्ष उसे पिता के खिलाफ शिकायत कराने ले जाया गया था। बादल उसे अक्सर रेड लाइट एरिया में बेचने की धमकी देता था। दिल्ली के जीबी रोड में बेचने की धमकी दी थी। वह अपनी कार से घर से निकली थी। बादल ने अपनी कार जामताड़ा में छोड़ दी थी। वहां से उसे दिल्ली ले गया था। कार में उसके अलावा संकेत भी था। दिल्ली में बादल ने अपने दोस्त अभिषेक राय के घर उन्हें ठहराया था। वहां संकेत को बहाना बनाकर बाहर भेज दिया और उसके साथ जबरन संबंध बनाया। धमकी दी कि यदि वह संकेत को कुछ बताएगी तो उसे दिल्ली के रेड लाइट एरिया में बेच देगा। मीडिया के सामने संकेत कृष्णानी भी मौजूद था।
जांच हो तो झारखंंड के कई आइपीएस अधिकारी फंसेंगे
दुष्कर्म पीड़िता ने बादल को झारखंड के कई आइपीएस अधिकारियों का संरक्षण प्राप्त होने का आरोप लगाया है। यह काफी गंभीर मामला है। अगर जांच हो तो झारखंड के कई आइपीएस अधिकारी बेनकाब बो जाएंगे। बादल के काले कारनामों को जानते हुए भी पुलिस संरक्षण देती रही है। उसे अंगरक्षक दिया गया था।