Sahebganj: विकराल रूप धर आधा दर्जन को पीटने के बाद पिटाने की बारी आई तो ASI हुआ Self Quarantine, दरवाजा तोड़ बाहर निकाला गया
सामने जो भी मिलता उसे मारने के लिए योगेंद्र दाैड़ता। इससे ग्रामीण आक्रोशित हो गए। उसकी पिटाई करने के लिए लोग एकजुट हुए तो माहाैल को भांप योगेंद्र सिंह अपने कमरे में आ गया।
साहिबगंज, जेएनएन। स्वास्थ्य उप केंद्र राधानगर में बनाए गए क्वारंटाइन सेंटर में स्थानीय थाना में पदस्थापित ASI (Assistant Sub Inspector) योगेंद्र प्रसाद सिंह ने जब रौद्र रूप धारण किया तो हलचल मच गई। उसका रूप विकराल लग रहा है। वह जोर-जोर से चीख रहा था। वह अपने दोनों हाथों को ऊपर उठाकर जोर-जोर से चीख रहा था। कभी किसी को मारने के लिए दाैड़ता को कभी किसी को। इस दाैरान उसने करीब एक दर्जन लोगों पर हमला भी किया। इससे लोग आक्रोशित हो गए। लोग मारने के लिए दाैड़े। इसके बाद एएसआइ ने सयानापन दिखाते हुए खुद को उप स्वास्थ्य केंद्र के एक कमरे में बंद कर लिया। बाद में कमरे को दरवाजा तोड़कर उसे बाहर निकाला गया। राधानगर थाना कहना है कि एएसआइ की मानसिक स्थिति बिगड़ गई है।
राधानगर थाना में पदस्थापित सहायक अवर निरीक्षक योगेंद्र प्रसाद सिंह का मानसिक संतुलन मंगलवार की शाम बिगड़ गया। इसके बाद स्वास्थ्य उपकेन्द्र राधानगर में जमकर हंगामा किया तथा बाद में अपने को कमरे में बंद कर लिया जिससे यहां आपाधापी मच गई।आनन फानन में राधानगर थाना में इसकी सूचना दी गई तथा उसके द्वारा बंद कमरे में कुछ कर लेने की आशंका पर उसे दरबाजा तोड़ कर बाहर निकला गया। योगेन्द्र सिंह स्वास्थ्य उपकेन्द्र राधानगर में प्रवासी मजदूरों के लिए बनाए क्वारंटाइन सेंटर में तैनात थे। मंगलवार को अचानक बिना किसी प्रयोजन के क्वारंटाइन सेंटर में काम कर रहे तीन लोगों को पीट दिया। सफाई कर्मी मनोज बसाक क्वारंटाइन केंद्र में साफ-सफाई कर रहे थे। इस दौरान योगेंद्र सिंह अपने कमरे से निकलकर अचानक उसको पीटने लगे। डर के मारे सफाई कर्मी बाहर की तरफ चला गया। इस बीच खाना बनाने वाले मजदूर लालू साहा खड़े थे। उसे भी पीटना शुरू कर दिया।
योगेंद सिंह की नजर मनोज बसाक पर पड़ी तभी उसे पीछा करते हुए दौड़ाना शुरू कर दिया। दौड़ते हुए मनोज बसाक भाग निकला। सड़क किनारे एक बुजुर्ग सुरेन मंडल (62) अपने घर के बाहर बैठे थे। उसे भी पीटना शुरू कर दिया। सामने जो भी मिलता उसे मारने के लिए योगेंद्र दाैड़ता। इससे ग्रामीण आक्रोशित हो गए। उसकी पिटाई करने के लिए लोग एकजुट हुए तो माहाैल को भांप योगेंद्र सिंह अपने कमरे में आ गया। अंदर से दरवाजा का कुंडी बद कर लिया।
स्थानीय प्रमुख लोगों ने ग्रामीणों को समझा-बुझाकर कर घर भेज दिया। राजमहल एसडीओ कर्ण सत्यार्थी ने सूचना मिलते ही राधानगर थाना पुलिस को क्वारंटाइन सेंटर भेजा। एएसआइ योगेंद्र सिंह अपने कमरे को चारों तरफ से बंद कर रखा था। खोलने के लिए बोलने पर नही खोल रहा था। सूचना मिलने के बाद राधानगर थाना प्रभारी ब्रजेन्द्र कुमार सिंह तथा अन्य पुलिस अधिकारी घटना स्थल पर पहूंचने के बाद दरबाजा तोड़ कर बाहर निकाला तथा साथ लेकर राधानगर थाना ले गए। लेकिन उसके व्यवहार में बदलाव नहीं आता देख उसे पुलिस अधीक्षक साहिबगंज के निर्देश पर इलाज पर भेजने का निर्देश दिया गया। राधानगर थाना प्रभारी ब्रजेन्द्र कुमार सिंह ने बताया कि योगेन्द्र सिंह मूलतः बोकारो का रहने वाला है। उसे तुरंत उसके परिजनों के पास भेजा गया है तथा वहां से रांची में इलाज के लिए भेजा जाएगा।