खुशी का शव पहुंचते ही बर्फकल क्षेत्र में पसरा मातम
संस झरिया बर्फकल निवासी राम प्रसाद साव ने सात माह पूर्व प्रेम विवाह करनेवाली अपनी बड़ी पुत्र
संस, झरिया : बर्फकल निवासी राम प्रसाद साव ने सात माह पूर्व प्रेम विवाह करनेवाली अपनी बड़ी पुत्री खुशी कुमारी की हत्या गोविदपुर थाना क्षेत्र के बड़ा नावाटांड़ इलाके में बुधवार को गला रेतकर कर दी थी। इसके बाद पिता राम प्रसाद फरार हो गया था। मृतका के पति करण बाउरी को घटना की जानकारी बुधवार की रात को हुई।
घटना के बाद पुलिस मृतक के पिता की तलाश में छापेमारी कर रही है। पुलिस ने खुशी के शव का पोस्टमार्टम करा गुरुवार को उसके पति को सौंप दिया। शाम को करण व उसके परिवार वाले शव को लेकर अपने आवास बर्फकल पहुंचे। शव के पहुंचते ही क्षेत्र में मातम पसर गया। शव का अंतिम संस्कार मोहलबनी घाट पर किया गया। शव को देखने खुशी की मां सुनीता देवी भी वहां पहुंची थी। रोते-रोते बस वह यही कहती रही कि जिसने तुम्हें जन्म दिया, उसी ने तुम्हें मार दिया। आज मेरी पुत्री मेरे साथ नहीं है। मृतक की सास कविता देवी, ससुर सुसेन बाउरी, ननद पूजा कुमारी, मामा ससुर अजीत कुमार भी रो रोकर बेहाल थे। स्वजनों ने कहा कि खुशी इंटर की परीक्षा दी थी। करण ने आठवीं तक ही पढ़ाई की थी।
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कई वर्षों से दोनों के बीच था प्रेम :
खुशी के पति करण ने बताया कि हमलोगों ने बर्फकल प्राथमिक विद्यायल में साथ पढ़ाई की थी। हमलोग कई वर्षों से एक-दूसरे से प्रेम करते थे। इसकी जानकारी खुशी के परिवारवालों को भी थी। खुशी के पिता को हमलोग का साथ होना पसंद नहीं था। इसको लेकर कई बार उसके पिता ने खुशी को मिलने से भी मना किया था। हमलोगों ने लगभग सात माह पूर्व ही प्रेम विवाह कर लिया था। विवाह कर अपने मामा अजीत कुमार के घर सिदरी आ गए थे। इसके बाद अपने गांव शीतलपुर पुरुलिया चले गए। 15 दिन पहले ही सरायढेला मेंकिराया का मकान लेकर उसमें रहने लगे। पास के एक पेट्रोल पंप में काम कर रहे थे। करण ने कहा कि खुशी के पिता ने पहले भी मुझे जान मारने की धमकी दी थी।
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मारने वाले को मिले मौत की सजा :
खुशी की सास कविता देवी ने रोते हुए कहा कि ऐसा बाप जो अपनी बेटी की खुशी को ना देख सका। उसको जीने का कोई हक नहीं है। प्रशासन उसे मौत की सजा दे ताकि मृतक बहु की आत्मा को शांति मिल सके। प्रेम विवाह किया था, कोई पाप नहीं किया था। यदि पुलिस उसे मौत की सजा नहीं देगी तो मैं खुद उसे सजा देकर जेल चली जाऊंगी।
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पिता के साथ जाने के लिए सास ने किया था मना
करण की मां व खुशी की सास ने बताया कि बुधवार को जब उसके पिता उसको ले जाने के लिए घर आए, उस समय हमने खुशी को उसके साथ जाने से मना किया था, लेकिन वह कहती रही कि पिता पहली बार मेरे से मिलने आए हैं। मुझे जाने दें। हमलोगों को क्या पता था कि उसकी लाश देखनी पड़ेगी।