बरोरा, ब्लाक दो व गो¨वदपुर-कतरास में हड़ताल बेअसर Dhanbad News
आम दिनों की तरह कोयला उत्पादन हुआ। इक्के दुक्के हड़ताली नेता ही हाजरी घरों के समीप नजर आए लेकिन उन्होंने मजदूरों को हाजरी बनाने से नही रोका।
बाघमारा, जेएनएन। राष्ट्रव्यापी हड़ताल का बरोरा, ब्लाक दो, गो¨वदपुर, कतरास व सिजुआ क्षेत्र में असर नहीं पड़ा। बरोरा में आम दिनों की तरह ही परियोजना में काम हुआ। हालांकि सुबह बंद समर्थक परियोजना के हाजरी घरों में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई और कर्मियों को हाजरी बनाने से मना करते नजर आए। लेकिन आठ बजे के बाद बंद समर्थक कमजोर पड़ गए।
साढ़े आठ बजे के बाद कर्मियों ने हाजिरी बनानी शुरू कर दी। जो लोग लौट गए थे, उन्हें भी बुला लिया गया। 10 बजे तक सामान्य दिनों की तरह कर्मियों का उपस्थिति दर्ज की गई। आम दिनों की तरह कोयला उत्पादन हुआ। इक्के दुक्के हड़ताली नेता ही हाजरी घरों के समीप नजर आए लेकिन उन्होंने मजदूरों को हाजरी बनाने से नही रोका। तेतुलमारी क्षेत्र में नहीं दिखा। प्रतिदिन की भांति वेस्ट मोदीडीह केशलपुर एकीकृत परियोजना एवं सिजुआ क्षेत्र के तेतुलमारी परियोजना और कोलियरी में कर्मी ड्यूटी पर आए।
लोयाबाद, बांसजोडा कनकनी, वासुदेवपुर कोलियरियों में आम दिनों की तरह ही काम काज चलता रहा। चंद मजदूर हड़ताल में शामिल थे। बांसजोडा कोलियरी के सीएचपी व डिस्पैच में प्रथम पाली में बंदी का थोड़ा असर दिखाई पड़ा। खरखरी में बंद का मिलाजुला असर देखा गया।
प्रथम पाली में कर्मियों ने बंद का भरपूर समर्थन किया। जैसे जैसे अन्य क्षेत्रों से कोलियरी खुली होने की खबरें आने लगी तो यहां के कर्मियों ने भी हाजरी बनाकर काम किया। जेके झा, केंद्रीय सचिव सह प्रभारी बरोरा, ब्लॉक दो क्षेत्र, बीसीकेयू मजदूरों की भावनाओं का सम्मान करते हैं। बंदी की शुरुआत बरोरा क्षेत्र में अभूतपूर्व रही। धीरे-धीरे बीसीसीएल के अन्य क्षेत्रों से कोलियरी खुले रहने की सूचना आने के बाद बरोरा के कर्मी भी हाजरी बनाकर काम पर लौटे।
-संतोष गोराई, क्षेत्रीय सचिव (बरोरा क्षेत्र) एटक