PMCH में समय पर नहीं मिलता एंबुलेंस, बिरहोर नवजात की मौत के बाद करना पड़ा नौ घंटे इंतजार Dhanbad News
मौत की सूचना के बाद परिजनों ने डॉक्टर्स से शव वाहन की मांग की। शव वाहन रेड क्रॉस के अधीन है रेड क्रॉस से संपर्क करने पर बताया गया कि चालक चुनावी ड्यूटी में गये हैं।
धनबाद, जेएनएन। तोपचांची के चलकरी निवासी राम प्रसाद बिरहोर की पत्नी बसंती बिरहोरिन की नवजात की मौत सोमवार की देर रात हो गयी। शव वाहन के लिए परिजनों को पीएमसीएच ने नौ घंटे इंतजार करना पड़ा। परिजनों का सब्र छलका तो उन्होंने हंगामा कर दिया। हंगामा देखकर पीएमसीएच प्रिंसिपल डॉ शैलेंद्र कुमार अस्पताल पहुंचे। जैसे तैसे एंबुलेंस से शव को तोपचांची भेजा। तब जाकर मामला शांत हुआ।
प्रसव के बाद डॉक्टर ने किया रेफर
राम प्रसाद ने बताया कि पत्नी बसंती को प्रसव पीड़ा के बाद स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया। यहां पर शाम पांच बजे प्रसव हुआ। इसके बाद डॉक्टर्स ने बताया कि नवजात की स्थिति ठीक नहीं है। उसे पीएमसीएच धनबाद रेफर कर दिया। यहां से एंबुलेंस के लिए एक घंटे कर इंतजार करना पड़ा। शाम 7:40 में नवजात को पीएमसीएच लाया गया। यहां आधे घंटे के बाद भर्ती कराया गया। एक घंटे बाद तबीयत गंभीर हो गयी। 12:44 बजे डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
शव वाहन के लिए पीएमसीएच व रेड क्रास उलझे
मौत की सूचना के बाद परिजनों ने डॉक्टर्स से शव वाहन की मांग की। शव वाहन रेड क्रॉस के अधीन है, रेड क्रॉस से संपर्क करने पर बताया गया कि चालक चुनावी ड्यूटी में गये हैं। सुबह वाहन नहीं मिलने से परिजन हंगामा करने लगे। इसके बाद सुबह छह बजे प्राचार्य डॉ शैलेंद्र कुमार, डॉ आशुतोष पहुंचे। इसलिए रेड क्रॉस को किया गया, लेकिन फोन रिसीव नहीं हुआ। इसके बाद प्राचार्य ने एक एंबुलेंस से सुबह नौ बजे के आसपास शव को भिजवाया। प्राचार्य ने इस बाबत जिला प्रशासन से भी शिकायत की है।
शव वाहन पीएमसीएच का है, लेकिन इसका संचालन रेडक्रॉस करता है। सूचना देने पर भी चालक नहीं आये, जिला प्रशासन से इसकी शिकायत की गयी है।
-डॉ शैलेंद्र, प्राचार्य, पीएमसीएच।
शव वाहन के लिए चालक नहीं थे, वह रात 11 बजे चुनावी ड्यूटी से लौटे थे। सुबह में चालक को कहा गया, चालक के जाने से पहले ही एंबुलेंस से शव को भेज दिया गया।
-कौशलेंद्र कुमार सिंह, सचिव, रेड क्रॉस।