रांची के होटवार जेल से अमन चला रहा रंगदारी की दुकान, फिंस्टम ग्रुप के चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर से मांगा 50 लाख
फिंस्टम ग्रुप के चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर से अमन सिंह ने रंगदारी मांगी है। चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर अमेय विक्रमा ने इसकी शिकायत धनबाद के एसएसपी असीम विक्रांत मिंज से की है। विक्रमा ने अपनी जान को खतरा बताते हुए एसएसपी से सुरक्षा मांगी है।
धनबाद, जेएनएन। कोयलांचल के उद्योगपति और व्यवसायी दहशत में हैं। मोबाइल की घंटी बजते और मैसेज आते ही ये सहम जाते हैं। सबसे ज्यादा दहशत में आउटसोर्सिंग कंपिनयों के स्थानीय स्तर पर प्रबंधन देखने वाले अधिकारी हैं। इन्हें झारखंड की राजधानी रांची के होटवार स्थित बिरसा मुंडा केंद्रीय कारागार से फोन आ रहे हैं। फोन करने वाला अपना नाम अमन सिंह बताकर शुरू हो जाता है। इसके बाद फोन रिसीव करने वाले की हालत का अंदाजा आप खुद लगा सकते हैं। धनबाद के करीब 14 लोगों से रंगदारी की मांग की गई है। इनमें एक नाम फिंस्टम ग्रुप के चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर अमेय विक्रमा का भी है। विक्रमा से 50 लाख रुपये की रंगदारी मांगी गई है। नहीं देने पर जाने से मारने की धमकी मिली है।
फिंस्टम ग्रुप के चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर से अमन सिंह ने रंगदारी मांगी है। चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर अमेय विक्रमा ने इसकी शिकायत धनबाद के एसएसपी असीम विक्रांत मिंज से की है। विक्रमा ने अपनी जान को खतरा बताते हुए एसएसपी से सुरक्षा मांगी है। एसएसपी ने मामले को गंभीरता से लेते हुए सुरक्षा महैया करा दी है। साथ ही पूरे मामले की जांच की जा रही है। अब तो जांच में जो तथ्य सामने आए हैं उसके अनुसार अपराधियों ने तकनीक का इस्तेमाल करते हुए रंगदारी मांगने के लिए मोबाइल फोन का इस्तेमाल किया है। जिस नंबर से रंगदारी मांगी गई है वह इराक का निकला है।
अमन सिंह उत्तर प्रदेश का शूटर है। वह धनबाद के पूर्व डिप्टी मेयर नीरज सिंह हत्याकांड में आरोपित है। वह धनबाद जेल में बंद था। जेल के अंदर से ही रंगदारी का धंधा शुरू किया तो धनबाद जिला प्रशासन ने उसे रांची के होटवार जेल में शिफ्ट कर दिया। सोच यह थी कि वह रांची जाने के बाद जेल के अंदर से आपराधिक गतिविधियों को संचालित नहीं कर पाएगा। लेकिन मामला उल्टा निकला है। उसने चर्चित सुजीत सिन्हा गैंग से संपर्क बना लिया है। अब होटवार जेल से रंगदारी की दुकान चला रहा है। कभी मोबाइल फोन, तो कभी मैसेज और वाट्सएप के माध्यम से रंगदारी मांग रहा है।