प्रत्याशी अभी से तैयार कर रहे शराब का कोटा, चुनाव में दिखेगा असर Dhanbad News
आम दिनों से हटकर चुनाव में अंग्रेजी शराब की बिक्री बढ़ी है। खुद विभाग के पदाधिकारी भी इसे स्वीकार करते हैैं। उनका कहना है कि 15 फीसदी तक बिक्री का अनुपात बढ़ा है।
धनबाद , जेएनएन। अंग्रेजी शराब की दुकानों में नियमों को ताक पर रखकर ग्राहकों को एक से बढ़कर एक ऑफर दिए जा रहे हैं। शराब के शौकीन तो इससे लाभांवित हो रहे हैं, लेकिन अभी चुनावी माहौल में नेताजी की भी बल्ले-बल्ले बनी हुई है। शराब की दुकानों में ग्राहकों को प्रलोभन देने वाले ऑफर नहीं दिए जा सकते हैं। उत्पाद विभाग के कानून के मुताबिक स्लैब 68-47 (5) ग्राहकों को शराब बिक्री के लिए प्रलोभन देने पर कार्रवाई का प्रावधान है। लेकिन धनबाद जिले में विभाग की सुस्ती के कारण नियमों की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं।
शहर के बीचो बीच स्थापित दुकानों में यह खेल चल रहा है तो ग्रामीण इलाकों की दुकानों में मनमानी का आप अंदाजा लगा सकते हैं। इसकी गहराई में जाने से पता चला कि राज्य सरकार द्वारा एमएसपी (मिनिमम सेल प्राइज) लागू नहीं किया गया है। जबकि दूसरे राज्यों में एमएसपी अनिवार्य है। दूसरी ओर, दुकानदार सेल बढ़ाने व प्रतिद्वंद्वी से बराबरी करने की जिद में प्रलोभन गैर कानूनी ढंग से दे रहे हैं।
ऑफर देने वाली दुकानों पर कार्रवाई का प्रावधानः उत्पाद विभाग के स्लैब 68-47 (5) के तहत ग्राहकों को बिक्री के लिए प्रलोभन देने पर जुर्माना से लाइसेंस रद करने का प्रावधान है। दुकानों में अगर ऐसा होता है तो पहली बार एक लाख, दूसरी बार डेढ़ लाख और तीसरी बार दो लाख रुपये तक जुर्माना किया जाता है। उसके बाद भी रोक नहीं लगती है तो दुकान का लाइसेंस रद किया जा सकता है।
चुनाव में 15 फीसदी बढ़ी बिक्रीः आम दिनों से हटकर चुनाव में अंग्रेजी शराब की बिक्री बढ़ी है। खुद विभाग के पदाधिकारी भी इसे स्वीकार करते हैैं। उनका कहना है कि 15 फीसदी तक बिक्री का अनुपात बढ़ा है। अभी चुनावी माहौल में नेताजी डटे हुए हैं। इसे लेकर परोक्ष या अपरोक्ष रूप से नेताजी की महफिल में शराब व कबाब का दौर जारी है। ऐसे में लाभ का फायदा नेताजी भी लेने से पीछे नहीं हैं।
तीन दुकानों पर हुई थी कार्रवाईः शराब दुकानों में ऑफर दिए जाने की शिकायत पर उत्पाद विभाग द्वारा तीन दुकानों में पिछले दिनों कार्रवाई की गई। इनमें बड़टांड़, गोविंदपुर व बेकारबांध की दुकानें शामिल हैं। उसके बावजूद दुकानों में शराब पर 10 से 40 रुपये तक ऑफर दिया जा रहा है। विभाग को ऐसा नहीं कि इसकी सूचना नहीं, लेकिन छापेमारी के वक्त दुकानदारों द्वारा ऑफर स्लोगन को हटा दिया जाता है। यह कहा जा सकता है कि विभाग की ओर से ही दुकानदारों तक छापेमारी की सूचना लीक की जा रही है।
शराब दुकानों में चुनाव के समय 15 फीसदी तक बिक्री बढ़ी है। उनमें ऑफर देने का प्रावधान नहीं है। तीन दुकानों पर कार्रवाई की गई है। सूचना मिलने पर नियम संगत कार्रवाई सख्ती से की जाएगी।
-डॉ. राकेश कुमार, सहायक आयुक्त, उत्पाद विभाग