कमीशन के लिए DMC के अभियंता ठेकेदार को कर रहे थे परेशान, ACB ने किया शिकार Dhanbad News
सहायक अभियंता ठेकेदार से 3 प्रतिशत कमीशन मांग रहे थे। नहीं देने पर ठेकेदार को परेशान कर रहे थे। इसकी शिकायत ठेकेदार मोहित कुमार ने एसीबी से की। इसके बाद एसीबी ने जाल बिछाया।
By mritunjayEdited By: Published: Tue, 20 Aug 2019 02:34 PM (IST)Updated: Wed, 21 Aug 2019 09:29 AM (IST)
धनबाद, जेएनएन। एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) ने मंगलवार को नगर निगम के सहायक अभियंता मनोज कुमार को 17 हजार रुपये घूस लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। आरोपित मनोज कुमार सड़क निर्माण से संबंधित एक ठेके का एग्रीमेंट तैयार करने के एवज में झरिया कोयरीबांध निवासी ठेकेदार मोहित कुमार सिंह से घूस मांगी थी। ठेकेदार घूस देने के लिए तैयार नहीं था और उसने इसकी शिकायत एसीबी से की थी।
यह था मामलाः ठेकेदार मोहित कुमार सिंह को वार्ड नंबर 33 में धनसार में निगम से पीसीसी रोड निर्माण का काम मिला था। कार्य 6 लाख 20 हजार 900 रुपये का था। 17 जुलाई 19 की सुबह 9:55 मिनट में मोहित को 7004708966 से फोन आया जिसमें फोन करनेवाले शख्स ने अपना नाम प्रवीण कुमार बताया और मोहित को निगम में मिलने के लिए बुलाया। जब ठेकेदार प्रवीण से मिला तो उसे जानकारी दी गई कि कार्य का एकरारनामा तैयार करवाने के लिए कुछ शुल्क लगता है। फिर आठ अगस्त को उसी नंबर से दोबारा मोहित कुमार को प्रवीण ने फोन किया और कहा कि उसका एकरारनामा नहीं होगा। जब तक की वह शुल्क नहीं देते हैं। प्रवीण ने ठेकेदार को यह भी कहा कि अगर एकरारनामा तैयार करवाना है तो निगम आकर मनोज जी से मिल लीजिए। तब ठेकेदार ने एसीबी से शिकायत की।
एसीबी के निर्देश पर ठेकेदार सहायक अभियंता मनोज कुमार से मिलने निगम पहुंचा। वहां मनोज कुमार ने ऑफिस के चपरासी को बुलाया और कहा कि मोहित के साथ उपर चले जाइए। ये वहां कागज में मोड़कर कुछ देंगे रख लीजिएगा। इस पर ठेकेदार ने पूछा क्या देना होगा। तब सहायक अभियंता ने मोबाइल पर जोड़कर मोहित को दिखाया 17 हजार 500 रुपये। तब एसीबी के अधिकारी भी वहां मौजूद थे और इसका वीडियो भी बनाया गया था। घूस मांगने की पुष्टि होने के बाद मंगलवार को एसीबी ने पैसा देकर निगम भेजा जहां मनोज कुमार को उसने दे दिया। इसके बाद मौके पर तैनात एसीबी अधिकारियों ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। सहायक अभियंता मनोज कुमार सेक्टर पांच बोकारो के रहनेवाले हैं। एसीबी टीम ने गिरफ्तार सहायक अभियंता के कार्यालय को से भी कुछ कागजातों भी जब्त किया है।
यह था मामलाः ठेकेदार मोहित कुमार सिंह को वार्ड नंबर 33 में धनसार में निगम से पीसीसी रोड निर्माण का काम मिला था। कार्य 6 लाख 20 हजार 900 रुपये का था। 17 जुलाई 19 की सुबह 9:55 मिनट में मोहित को 7004708966 से फोन आया जिसमें फोन करनेवाले शख्स ने अपना नाम प्रवीण कुमार बताया और मोहित को निगम में मिलने के लिए बुलाया। जब ठेकेदार प्रवीण से मिला तो उसे जानकारी दी गई कि कार्य का एकरारनामा तैयार करवाने के लिए कुछ शुल्क लगता है। फिर आठ अगस्त को उसी नंबर से दोबारा मोहित कुमार को प्रवीण ने फोन किया और कहा कि उसका एकरारनामा नहीं होगा। जब तक की वह शुल्क नहीं देते हैं। प्रवीण ने ठेकेदार को यह भी कहा कि अगर एकरारनामा तैयार करवाना है तो निगम आकर मनोज जी से मिल लीजिए। तब ठेकेदार ने एसीबी से शिकायत की।
एसीबी के निर्देश पर ठेकेदार सहायक अभियंता मनोज कुमार से मिलने निगम पहुंचा। वहां मनोज कुमार ने ऑफिस के चपरासी को बुलाया और कहा कि मोहित के साथ उपर चले जाइए। ये वहां कागज में मोड़कर कुछ देंगे रख लीजिएगा। इस पर ठेकेदार ने पूछा क्या देना होगा। तब सहायक अभियंता ने मोबाइल पर जोड़कर मोहित को दिखाया 17 हजार 500 रुपये। तब एसीबी के अधिकारी भी वहां मौजूद थे और इसका वीडियो भी बनाया गया था। घूस मांगने की पुष्टि होने के बाद मंगलवार को एसीबी ने पैसा देकर निगम भेजा जहां मनोज कुमार को उसने दे दिया। इसके बाद मौके पर तैनात एसीबी अधिकारियों ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। सहायक अभियंता मनोज कुमार सेक्टर पांच बोकारो के रहनेवाले हैं। एसीबी टीम ने गिरफ्तार सहायक अभियंता के कार्यालय को से भी कुछ कागजातों भी जब्त किया है।
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