अडाणी स्किल डेवलपमेंट सेंटर के नौ लड़कों को मिली नौकरी
गंगटा स्थित अडाणी स्किल डेवलपमेंट सेंटर में हॉस्पिटलिटी ट्रेड में ट्रेनिग ले रहे पहले बैच के लड़कों को ट्रेनिग पूरी होते ही नौकरी के ऑफर आने लगे।
जासं गोड्डा: यदि स्किल है तो आप नौकरी को नहीं, नौकरी आपको ढूंढ़ती हुई आएगी। अडाणी स्किल डेवलपमेंट सेंटर में ट्रेनिग पाने वाले युवाओं ने इसे साबित कर दिखाया है। गंगटा स्थित अडाणी स्किल डेवलपमेंट सेंटर में हॉस्पिटलिटी ट्रेड में ट्रेनिग ले रहे पहले बैच के लड़कों को ट्रेनिग पूरी होते ही नौकरी के ऑफर आने लगे।
पहले बैच के 27 में से नौ लड़कों का चयन सोडैक्सो कंपनी में हो गया। ये सभी लड़के अब महाराष्ट्र के नासिक में एक अस्पताल में नौकरी कर रहे हैं।
मध्यम वर्ग के परिवार से आने वाले गोड्डा निवासी पिटू मडैया की मानें तो पढ़ाई-लिखाई के बावजूद स्किल नहीं होने के चलते नौकरी का अरमान अब तक अधूरा था। अडाणी स्किल डेवलपमेंट सेंटर में हॉस्पिटलिटी में ट्रेनिग करने के बाद नौकरी का उसका सपना पूरा हो पाया है। पिटू की तरह आठ और लड़के हैं जिन्हें सोडैक्सो में नौकरी हासिल हुई है और वो इसका श्रेय अडाणी स्किल डेवलपमेंट सेंटर को देते हैं। सेंटर के अधिकारी सुबोध सिंह ने बताया कि हुनर ही नए भारत का हथियार है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी अक्सर अपने भाषणों में कहते हैं, अगर इस देश के नौजवानों को काम करने के लिए जरूरी हुनर सिखा दिया जाए तो देश के नौजवान नया भारत खड़ा कर सकते हैं।
लोकसभा चुनाव और क्रिकेट से संबंधित अपडेट पाने के लिए डाउनलोड करें जागरण एप