बाघमारा की मेगा जलापूर्ति योजना से बुझेगी 65 गांव के लोगों की प्यास
बृजनंदन ठाकुर कतरास बाघमारा प्रखंड के 65 गांव के लोगों की प्यास बुझाने के लिए जिस मेगा
बृजनंदन ठाकुर, कतरास: बाघमारा प्रखंड के 65 गांव के लोगों की प्यास बुझाने के लिए जिस मेगा जलापूर्ति योजना की बुनियाद 2018 में रखी गई थी, वह अधर में लटकी है। इस योजना के पूरा हो जाने के बाद करीब डेढ लाख आबादी को पानी की किल्लत नहीं होगी।
दो साल से अधिक समय बीत जाने के बाद भी ना तो प्लांट और ना ही इंटकवेल का काम पूरा हो सका है। सभी जलमीनारों के निर्माण का भी काम पूरा नहीं हो पाया है। कार्य की गति धीमी बताई जा रही है। स्थानीय लोग मुराईडीह में निर्माणाधीन प्लांट भवन के कार्य में गुणवत्ता पर सवाल उठा रहे हैं।
श्यामडीह में जलमीनार बनकर तैयार है, जबकि कुछ जगहों पर काम चल रहा है। पाइप लाइन बिछाने का भी काम पूरा करना है। जिला खनिज क्षेत्र विकास कोष से 92 करोड़ 69 लाख से अधिक की लागत पर बनने वाली इस योजना का शिलान्यास सितंबर 2018 में हुआ था। 6 जलमीनार 1 वाटर ट्रीटमेंट प्लांट और दामोदर नदी में इंटकवेल बनाना है। दामोदर नदी से पाइप लाइन के जरिए प्लांट में पानी लाकर परिष्कृत कर जलमीनारों के जरिये 20 पंचायत में जलापूर्ति होनी है। आमडीह, श्यामडीह, बाघमारा, बहियरडीह, हरिणा तथा कालीपुर में जलमीनार बनना है।
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इन गांवों के लोग होंगे लाभान्वित
खानुडीह, दग्दो, गोपालपुर, नारायणपुर, घोराठी, बांसजोरिया, भेलवाटांड़, तिलैया व हुरसोडीह, निचितपुर टू: खोनाठी, निचितपुर, छोटा मंझलाडीह, आमडीह,भीमकनाली, बड़ा पांडेयडीह, हरिणा, नावाडीह, माटीगढ़ा, डोमचलकरो, नदखुरकी, केसरगढ़ा, सिदपोंकी, मंजूरा, लुतीपहाड़ी,बाघमारा, बकसपुरा, मंदरा, जयरामडीह, बरवाबेड़ा, गणेशपुर, आशाकुटी, डुमरा, भालडीह, जमुआटांड़, तेलोटांड़, बरोरा, केन्दुआडीह, टुंडु, बिलबेरा, तेतुलिया, जमुआ, महथाडीह, भटमुरना, मुराईडीह दरिदा, झगराही, पोचरी, कालीपुर, बेहराकुदर, कोयरीडह, रंगूनीबांड़ी, लेदी डुमरा, निचितपुर वन, तिवारीडीह, कोलमुरना, मानसिंह, कुरवा, निचितपुर, शामडीह, गोपालपुर, अलगडीहा, बरवाडीह, बहियारडीह, बरमसिया, जोगीडीह, सोनाडीह, टंडावारी आदि गांव शामिल है।
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करीब 50 प्रतिशत ही काम हुआ है। कार्य की गति काफी धीमी है। काम शीघ्र पूरा कराने की कोशिश की जा रही है। काम समय पर पूरा नहीं किए जाने को लेकर नियमानुसार आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।
कार्यपालक अभियंता, पीएचईडी
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काम चल रहा है। लॉकडाउन की वजह से विलंब हुआ। इस साल योजना पूरी हो जाएगी।
रूपेश यादव, कंपनी प्रतिनिधि