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केंदुआटांड़ में किसकी लगी कुदृष्टि, एक पखवारा में छह लोग की हुई अकाल मौत Dhanbad News

झरिया-बलियापुर मुख्य मार्ग के किनारे स्थित केंदुआटांड़ टोला में रहने वाले लोगों पर ना जाने किस की कुदृष्टि लग गई है। कोरोना काल में एक पखवारा के अंदर टोला में रहने वाले छह लोगों की अकाल मौत हो चुकी हैं। इससे यहां के ग्रामीणों में भय का माहौल है।

By Atul SinghEdited By: Published: Thu, 22 Apr 2021 03:49 PM (IST)Updated: Thu, 22 Apr 2021 03:49 PM (IST)
केंदुआटांड़ टोला में रहने वाले लोगों पर ना जाने किस की कुदृष्टि लग गई है। (जागरण)

गोविन्द नाथ शर्मा, झरिया : झरिया-बलियापुर मुख्य मार्ग के किनारे स्थित केंदुआटांड़ टोला में रहने वाले लोगों पर ना जाने किस की कुदृष्टि लग गई है। कोरोना काल में एक पखवारा के अंदर टोला में रहने वाले छह लोगों की अकाल मौत हो चुकी हैं। इससे यहां के ग्रामीणों में भय का माहौल है। सभी मृतक केंदुआटांड़ टोला, मोड़ और यहां स्थित ब्लॉक ऑफिस के आसपास रहते थे।

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एक पखवारा के अंदर सबसे पहले 70 वर्षीय सतीश वर्मा की अकाल मौत हुई। बलियापुर सीएचसी के पूर्व कंपाउंडर सतीश की कुछ दिन पूर्व अचानक तबीयत बिगड़ी और उनकी मौत हो गई। इसके बाद केंदुआटांड़  निवासी बीआइटी के पूर्व हेड क्लर्क 75 वर्षीय हीरालाल महतो की तबीयत बिगड़ी और अचानक मौत हो गई। इसके बाद ब्लॉक परिसर में रहने वाले स्वास्थ्य कर्मी लगभग 45 वर्षीय सुनील पासवान की मौत हो गई। सुनील कोरोना पॉजिटिव से नेगेटिव हुए थे। लेकिन उनकी तबीयत खराब रहते देखकर जहानाबाद के स्वजन पटना के अस्पताल में इलाज को भर्ती कराया।

वहां उनकी मौत हो गई। इसके बाद केंदुआटांड़ निवासी रिटायर शिक्षक 80 वर्षीय गुरु चरण महतो बीमार हुए और कुछ दिनों बाद ही उनकी मौत हो गई । इसके एक दिन बाद ही यहीं रहने वाले भारतीय जनता युवा मोर्चा के सक्रिय कार्यकर्ता 40 वर्षीय उत्तम सरखेल की अचानक तबीयत बिगड़ी। सांस लेने में दिक्कत होने के बाद उनकी मौत हो गई। 21 अप्रैल को श्राद्ध कर्म करने के दौरान बलियापुर बड़ा तालाब के पास केंदुआटांड़ निवासी पंडित नारायण चंद्र पांडेय गश खाकर गिर पड़े। अस्पताल ले जाने के बाद चिकित्सक ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।

भय में जी रहे हैं केंदुआटांड़ के ग्रामीण :

 केंदुआटांड़ में कोरोना काल के दौरान एक पखवारा के अंदर लगातार छह लोगों की अकाल मौत से  यहां के ग्रामीण भय में जी रहे हैं।  ग्रामीणों का कहना है कि सभी मौतें कुछ दिनों के अंतराल में हुई। बीमार लोगों को अधिक समय तक इलाज कराने का मौका भी नहीं मिला और उनकी मौत हो गई। ग्रामीणों का कहना है कि पता नहीं केंदुआटांड़ टोला में  किसकी कुदृष्टि लग गई है। जिसके कारण आए दिन यहां के ग्रामीण अकाल मौत के शिकार हो रहे हैं। ग्रामीण केंदुआटांड़ में पड़ी कुदृष्टि की काट के लिए पूजा-पाठ का सहारा लेने की सोच रहे हैं। ताकि यहां के ग्रामीण सुरक्षित रह सके। लोगों का कहना है कि ऐसा पहली बार हुआ है कि एक पखवारा के अंदर टोला के छह लोगों की अकाल मौत हो गई।


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