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Coal Mining: नए सिरे से बीसीसीएल ने भूमिगत खदानों पर जताया विश्वास, 22 खदानें खोलने का बना प्लान; हजारों को मिलेगा रोजगार

ओपेनकास्ट माइनिंग में जमीन की समस्या आड़े आ जाती है। वहीं भूमिगत खदानों में ऐसी समस्याएं नहीं हैं। इसलिए बंद पड़ीं ऐसी 22 खदानों को खोलने का निर्णय लिया गया है। 19 भूमिगत खदानें सिर्फ झरिया इलाके में हैं। बीसीसीएल प्रबंधन इन्हें भी खोलने पर विचार कर रहा है।

By MritunjayEdited By: Published: Sat, 09 Jan 2021 07:57 AM (IST)Updated: Sat, 09 Jan 2021 07:57 AM (IST)
Coal Mining: नए सिरे से बीसीसीएल ने भूमिगत खदानों पर जताया विश्वास, 22 खदानें खोलने का बना प्लान; हजारों को मिलेगा रोजगार
ओपेनकास्ट माइनिंग में जमीन की समस्या आड़े आ जाती है।

धनबाद [ आशीष अंबष्ठ ]। भारत कोकिंग कोल लिमिटेड (बीसीसीएल) फिर से भूमिगत खदानों की ओर लौट रही है। निदेशक मंडल का निर्णय हो गया है। प्रोजेक्ट रिपोर्ट बन रही है। चार खदानों को खोलने की दिशा में वित्तीय वर्ष 2021-22 में काम भी शुरू हो जाएगा। इनके अलावा 18 अन्य खदानें भी खुलेंगी। कुल 22 खदानों में 19 सिर्फ झरिया इलाके में हैं। इनके खुलने से रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे। पहले चरण में बैगुनिया, मधुबन, लोहपिट्टी और अमलाबाद भूमिगत खदानों को खोलने की तैयारी है। इन खदानों में कितना कोयला है, इसका अध्ययन हो गया है। इन खदानों में आउटसोॄसग कंपनी के माध्यम से उत्पादन होगा। प्रबंधन प्रति टन उत्पादन के आधार पर भुगतान करेगा। निजी कंपनी को खदान में आधुनिक मशीन लगाने की छूट मिलेगी ताकि अधिक कोयला उत्पादन हो सके।

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ओसीपी में जमीन की समस्या बन रही बाधा

दरअसल ओपेनकास्ट माइनिंग (OCP) में जमीन की समस्या आड़े आ जाती है। वहीं भूमिगत खदानों में ऐसी समस्याएं नहीं हैं। इसलिए बंद पड़ीं ऐसी 22 खदानों को खोलने का निर्णय लिया गया है। इनमें से 19 भूमिगत खदानें सिर्फ झरिया इलाके में हैं। बीसीसीएल प्रबंधन इन्हें भी खोलने पर विचार कर रहा है। इन खदानों के खुलने से स्थानीय लोगों को आउटसोॄसग कंपनी के जरिए कोयला उत्पादन में रोजगार भी मिलेगा। इसमें परियोजना के कारण होने वाले विस्थापितों को प्राथमिकता मिलेगी। विस्थापितों को कंपनी की ओर से कई व्यावसायिक प्रशिक्षण भी मिले हैं जो खदान खुलने के बाद रोजगार के अवसर देंगे।

प्रथम चरण में खुलने वाली भूमिगत खदानों की स्थिति

  • मधुबन खदान : इसमें 231 मिलियन टन कोयला भंडार है। वाशरी टू व फोर ग्रेड का कोयला मौजूद है।
  • बैगुनिया खदान : इसमें 109 मिलियन टन कोयला भंडार है। यहां वाशरी वन व स्टील ग्रेड का कोयला है।
  • लोहपिट्टी खदान : इस खदान में 98 मिलियन टन कोयला भंडार है। इसमें वाशरी ग्रेड का कोयला है।
  • अमलाबाद खदान : इसमें 25 मिलियन टन कोयला भंडार है। यहां वाशरी फोर ग्रेड का कोयला मौजूद है।

बीसीसीएल की बैगुनिया, लोहपिट्टी, अमलाबाद और मधुबन भूमिगत खदानों को खोलने का निर्णय लिया गया है। यहां उच्च कोटि का कोयला भंडार है। आउटसोॄसग कंपनी के माध्यम से इनमें कोयले का खनन किया जाएगा।

- चंचल गोस्वामी, तकनीकी निदेशक प्रोजेक्ट एंड प्लानिंग, बीसीसीएल


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