Jharkhand : पोरदाग पुल के पास बना डायवर्सन तेज बारिश में बहा, बेरमो-बोकारो का डुमरी-गिरिडीह से टूटा सीधा संपर्क
डुमरी-बेरमो मुख्य पथ पर पोरदाग पुल के पास बना डायवर्सन गुरुवार की शाम हुई बारिश के बहाव में बह गया। इस कारण बेरमो-बोकारो का डुमरी-गिरिडीह से सीधा संपर्क टूट गया है।
धनबाद, जेएनएन। डुमरी-बेरमो मुख्य पथ पर पोरदाग पुल के पास बना डायवर्सन गुरुवार की शाम हुई बारिश के बहाव में बह गया। इस कारण बेरमो-बोकारो का डुमरी-गिरिडीह से सीधा संपर्क टूट गया है। स्थानीय लोगों ने बताया कि डुमरी-बेरमो पथ पर पोरदाग पुल के पास बने वैकल्पिक डायवर्सन पर गुरुवार को तेज बारिश के कारण पानी चढ़ गया था। रात में पूरा डायवर्सन बह गया।
बताते चलें कि पोरदाग पुल अंग्रेजों के समय ही बना था। अत्यंत पुराना हो जाने से पुल काफी जर्जर हो गया था। बीते 5 जनवरी को एक मालवाहक ट्रक के दबाव से इस पुल का एक किनारा ध्वस्त हो गया था। उसके बाद पीडब्लूडी की ओर से चार दिन बाद वैकल्पिक मार्ग के लिए डायवर्सन बनाया गया था, जो गुरुवार देर रात हुई बारिश के बाद बह गया। वहीं, 21 जून को इसी मार्ग पर गुरुटांड के पास बने पुल का एक किनारा ढह जाने से बड़े वाहन के परिचालन पर पूरी तरह से रोक लगा दी गई थी।
अक्सर होती थी परेशानी : यहां बने डायवर्सन वाहन चालकों के लिए हमेशा सरदर्द ही बना रहा। मामूली बारिश में भी डायवर्सन पर वाहनों का फंसना एवं जाम लगना आम बात हो गई थी। बीते 25 अप्रैल को भी यहीं डायवर्सन पानी के तेज बहाव में बह गया था। पोरदाग पुल के ढहने को करीब 6 माह गुजरने को है लेकिन अभी तक पुल का निर्माण कार्य शुरू नहीं हो सका है। जिससे स्थानीय लोगों में काफी आक्रोश है। डायवर्सन भी बह जाने से छोटी कार व बाइक की भी आवाजाही बंद हो गई है। वहीं पोरदाग एवं गुरुटांड पुल के बीच में बसा गांव अंसुरबांध, पोरदाग, ङ्क्षटगरा, डुमरचुटियों आदि गांव के लोग का निकलना मुश्किल हो गया है ।
अब दूसरे मार्ग का ले रहे सहारा : पोरदाग पुल का डायवर्सन बह जाने से यहां दोनों ओर वाहनों की लंबी कतार लग गई है। हालांकि कुछ वाहन फुसरो, जैनामोड़, रामगढ़, हजारीबाग होते हुए बरही जा रहे हैं। जबकि कुछ वाहन फुसरो, कथारा, गोमिया, विष्णुगढ़ होते हुए बगोदर पहुंचकर अपने गंतव्य की ओर जा रहे है। इस तरह वाहनों को 50-70 किलोमीटर अतिरिक्त सफर करना पड़ रहा है। जबकि छोटे चारपहिया वाहन पोरदाग पुल के समीप ग्रामीण पथ ङ्क्षटगरा मोड़, माकन व सियारी मोड़ होते हुए झारखंड कॉलेज के समीप से निकल रहे हैं। लेकिन ग्रामीण रास्ते में लॉकडाउन की वजह से आवाजाही में परेशानी हो रही है ।