कोरोना के खौफ के कारण कई निजी अस्पतालों में इलाज बंद
धनबाद चीनी वायरस कोरोना को लेकर कोयलांचल खौफ है। सरकारी अस्पतालों में जहां ओपीडी बंद कर दिया गया है। वहीं इसका असर निजी अस्पतालों में दिख रहा है। 20 फीसद निजी अस्पताल बंद हो गया है। इन अस्पतालों में एक ओर डॉक्टर नहीं आ रहे हैं तो दूसरी ओर सामान्य मरीज भी नहीं जा रहे हैं।
धनबाद : चीनी वायरस कोरोना को लेकर कोयलांचल खौफ है। सरकारी अस्पतालों में जहां ओपीडी बंद कर दिया गया है। वहीं इसका असर निजी अस्पतालों में दिख रहा है। 20 फीसद निजी अस्पताल बंद हो गया है। इन अस्पतालों में एक ओर डॉक्टर नहीं आ रहे हैं, तो दूसरी ओर सामान्य मरीज भी नहीं जा रहे हैं। आलम यह है कि इन अस्पतालों में अब नाममात्र का इलाज हो रहा है। धनबाद में 270 निजी अस्पताल
धनबाद में 270 निजी अस्पताल स्वास्थ्य विभाग से सूचीबद्ध हैं। इसमें 33 बड़े निजी नर्सिग होम हैं। इसके बाद कई छोटे अस्पताल व पॉली क्लीनिक हैं। छोटे क्लीनिक बंद हो गए हैं। इन अस्पतालों में आने-वाले गंभीर मरीजों को पीएमसीएच या सदर अस्पताल भेजा जा रहा है। सर्दी-खांसी के मरीज ना बाबा ना : सबसे ज्यादा परेशानी सामान्य वायरल फीवर के मरीजों को हो रही है। सर्दी-खांसी और बुखार के मरीजों को देखने से अस्पताल हाथ खड़े कर दे रहे हैं। अस्पताल ऐसे किसी भी मरीज की जांच करने से परहेज कर रहे हैं। बड़े अस्पताल भी अब ऐसे मरीजों को इलाज नहीं कर रहे हैं।
स्वास्थ्य विभाग ने कोरोना को लेकर दिए हैं कड़े निर्देश : दरअसल, कोरोना वायरस के असर के देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने सभी निजी अस्पतालों, नर्सिग होम आदि को ऐसे हर मरीजों की सूची देने का निर्देश दिया है, जो सर्दी-खांसी या बुखार से पीड़ित है। यदि कोई अस्पताल इसे छुपाता है, तो ऐसे अस्पताल के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। अब इसे देखते हुए संचालक निजी अस्पताल ही बंद कर ले रहे हैं।