धनबाद में 12727 लोग होम क्वारंटाइन
धनबाद कोरोना से निपटने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने मास लेबल पर तैयारी शुरू की है।
धनबाद : कोरोना से निपटने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने मास लेबल पर तैयारी शुरू की है। धनबाद में शुक्रवार शाम तक 12727 प्रवासी लोग अपने-अपने घरों में आ चुके थे। इन तमाम लोगों को होम क्वारंटाइन की सलाह दी गई है। इसको लेकर सिविल सर्जन डॉ. गोपाल दास ने सभी प्रखंडों के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारियों को विशेष निर्देश जारी किया है। उन्होंने कहा है कि अपने-अपने प्रखंडों में बाहर से आए लोगों की निगरानी करें। यदि कोई करोना जैसे लक्षण से पीड़ित है तो उनकी जाच कराने की व्यवस्था करें। ऐसे लोगों को आइसोलेशन वार्ड में लाया जा सकता है।
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विदेश से आए हुए लोगों की निगरानी में परेशानी : स्वास्थ्य विभाग को सबसे ज्यादा परेशानी विदेश से आए हुए लोगों को लेकर हो रही है। इनमें से कई लोगों की सही जानकारी विभाग को उपलब्ध नहीं हो पा रही है। कुछ लोगों का नंबर सही नहीं है।
वासेपुर और पाडरपाला में खाड़ी देश से आए हैं लोग :
वासेपुर और पांडरपाला के कई इलाकों में खाड़ी देशों से कई लोग आए हैं। पीएमसीएच में प्रारंभिक जाच के बाद स्क्रीनिंग कर उन्हें घर भेजा गया है। इस इलाके पर एक टीम को निगरानी में लगाया गया है। फिलहाल कोई पॉजीटिव नहीं मिला है। हर दिन आ रहे सैकड़ों फ ोन
जिला सर्विलास टीम के पास हर दिन सैकड़ों फ ोन आ रहे हैं। लोगों का कहना है कि उनके गली मोहल्ले में बाहर से लोग आए हैं और उनमें कोरोना जैसे लक्षण हैं। क्योंकि वे लोग खास रहे हैं। ऐसे लोगों को पीएमसीएच में आकर स्क्रीनिंग कराने की सलाह दी जा रही है। वर्जन
लोगों से अपील है कि अपने अपने घरों से नहीं निकले। लॉकडाउन का पालन करें। जो दूसरे देश या राज्य से आए हैं वो भी एक जिम्मेदार नागरिक होने की वजह से पीएमसीएच में स्क्रीनिंग कराएं। अगर कोई व्यक्ति ऐसा नहीं करता है तो उसपर कार्रवाई भी की जा सकती है।
डॉ. गोपाल दास, सिविल सर्जन, धनबाद .... पीएमसीएच में 470 लोगों की स्क्रीनिंग जागरण संवाददाता, धनबाद :
शुक्रवार को पीएमसीएच में बाहर से आए कुल 470 लोगों की स्क्रीनिंग की गई। मेडिसिन रोग विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. यूके ओझा के नेतृत्व में मेडिकल टीम ने इंफ्र ारेड थर्मामीटर से लोगों की जाच की। हालाकि इसमें किसी में भी कोरोना वायरस का लक्षण नहीं पाया गया। ऐसे लोगों को डॉक्टर ने घर पर रहने की सलाह दी है। कड़ाई के बाद सोशल डिस्टेंसिंग का पालन
सुबह में जाच कराने आए लोगों में अफ रातफ री का माहौल रहा। कई लोग आपाधापी में जाच कराना चाह रहे थे। इस कारण कारण सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं हो पा रहा था। इसके बाद पुलिस की मदद से लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग के बारे में बताया गया। डॉक्टर ने लोगों को जागरूक किया। 1 मीटर की दूरी पर गोल घेरा बनाया गया। हालांकि इस घेरे में भी आकर दो लोग खड़े हो जा रहे थे।
वर्जन
पीएमसीएच में कोरोना से बचाव को लेकर व्यापक तैयारी की जा रही है। फि लहाल यहा 10 बेड का वार्ड बनाया गया है। लेकिन इसकी संख्या और बढ़ाई जा रही हैं। जो कमिया हैं। इसकी भी सूचना मुख्यालय को उपलब्ध कराई गई है।
डॉ. अरुण कुमार चौधरी, अधीक्षक, पीएमसीएच धनबाद
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एसएसएलएनटी अस्पताल में भी बनेगा क्वारंटाइन वार्ड
जागरण संवाददाता, धनबाद :
टेलीफ ोन एक्सचेंज रोड स्थित एसएसएलएनटी अस्पताल में भी 20 बेड का क्वारंटाइन वार्ड बनाया जाएगा। इस संबंध में सिविल सर्जन डॉ. गोपाल दास ने निर्देश जारी किया है। स्वास्थ विभाग की एक टीम ने अस्पताल का निरीक्षण भी किया। बेड लगाकर इसकी तत्काल सूचना सिविल सर्जन कार्यालय को उपलब्ध कराने को भी कहा गया है। फि लहाल एसएसएलएनटी अस्पताल में ओपीडी सेवा चलती है। इंडोर सेवा 2004 से बंद है।
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भारी आबादी के बीच वार्ड बनाने से लोगों में भय
एसएसएलएनटी अस्पताल में क्वारंटाइन वार्ड बनाने की सूचना के बाद आसपास के लोगों में भय हैं। लोगों का कहना है कि यहा वार्ड बनने से संक्रमण का खतरा हो सकता है। आसपास में लाखों की आबादी रहती है। वहीं अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि इससे संक्रमण का खतरा नहीं हो, इसकी पूरी कोशिश की जाएगी।
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हाथ धोने के बाद नल भी धोए, बाहर से लौट कर करें स्नान
--अस्पताल आएं तो अपने फु ल पैंट को जरूर मोडें़
--सरकार के निर्देश पर पीएमसीएच के विशेषज्ञ कर रहें जागरूक--
सभी विभागाध्यक्षों की बनाई गई एंटी कोरोना टास्क फ ोर्स जागरण संवाददाता, धनबाद :
कोरोना को लेकर पूरे देश में हाई अलर्ट है। फि लहाल लोग लॉकडाउन में अपने घरों में रह रहे हैं। लेकिन तरह-तरह की अफ वाहें और भ्रातिया भी सोशल साइट पर फैल रही है। इसके मद्देनजर पीएमसीएच के तमाम विभागाध्यक्षों ने एंटी कोरोना टास्क फ ोर्स का गठन किया है। टास्क फ ोर्स के सदस्य प्रतिदिन कॉलेज में बैठक कर जागरूकता को लेकर चर्चा कर रहे हैं। इसके होने वाले निष्कर्ष से आम जनों को अवगत करा रहे हैं। टास्क फ ोर्स की बैठक में कई बिंदुओं पर लोगों को जागरूक करने की बात कही गई। हड्डी रोग विभागाध्यक्ष डॉक्टर डीपी भूषण ने बताया कि कोरोना को लेकर हैंड वॉश करने की सलाह दी जा रही है। लेकिन उसके लिए काफ सतर्कता की जरूरत है। असल में हम हैंडवाश तो कर लेते हैं, लेकिन नल को नहीं धोते हैं। ऐसे में हमारी कोशिश होनी चाहिए जिससे हम हैंड वास कर रहे हैं, उसे भी एक बार वाश करें, ताकि नल का वायरस हमारे हाथों में नहीं आए।
अस्पताल में फुलपैंट को जरूर मोड़े :
डॉ. डीपी भूषण ने बताया कि टास्क फोर्स की बैठक में इस चीज पर भी फ ोकस करने की बात कही गई कि कई लोग अस्पताल में आते हैं और बेवजह वायरस और बैक्टीरिया अपने साथ ले जाते हैं। अस्पताल बैक्टीरिया और वायरस का सबसे संवेदनशील इलाका माना जाता है। ज्यादातर वायरस और बैक्टीरिया फ र्श पर ही होते हैं। ऐसे में लोगों को सलाह दी जाती है कि जब भी अस्पताल आए तो अपने पजामे या फु लपैंट को कुछ ऊपर तक मोड़ कं। ऐसा इसलिए कि फुल पैंट का कपड़ा जमीन तक नहीं जा सके और बैक्टीरिया या वायरस शरीर में जा पाए। घर आने के बाद जरूर नहाए : एक्सपर्ट की टीम का कहना है कि सुबह में अमूमन हम सभी नहा धोकर बाहर जाते हैं। लेकिन इस वक्त बाहर वायरस का खौफ ज्यादा है। ऐसे में कोशिश किया जाए कि घर आने के बाद अपने कपड़े को बाथटब में धोने के लिए रख दें। साथ ही खुद भी स्नान कर लें। यह बेहद कारगर है।
टास्क फ ोर्स के सदस्य :
हड्डी रोग विभागाध्यक्ष डॉ. डीपी भूषण, चर्म रोग विभागाध्यक्ष डॉ. गंगा प्रसाद, पीएसएम के विभागाध्यक्ष डॉ. एचके सिंह, सर्जरी विभागाध्यक्ष डॉ एके वर्णवाल, स्त्री एवं प्रसूति रोग विभागाध्यक्ष डॉ. प्रतिभा राय, नेत्र रोग विभागाध्यक्ष डॉ. रजनीकात, मेडिसिन विभागाध्यक्ष डॉ. यूके ओझा, प्राचार्य डॉ. शैलेंद्र कुमार, अधीक्षक डॉ. एके चौधरी आदि शामिल हैं।