विधानसभा चुनाव में झरिया से मासस उतारेगी प्रत्याशी : अरूप
एक ही परिवार के राज से तंग आ गई जनता सरकार कोयला उद्योग का कर रही निजीकरण
संस, तिसरा : झरिया विधानसभा में एक ही परिवार के राज से यहां की जनता तंग आ चुकी है। अब झरिया में नया प्रतिनिधि आएगा। इससे मजदूर और किसान का राज कायम होगा। मासस इस बार झरिया विधानसभा से भी अपना प्रत्याशी उतारेगी। उक्त बातें रविवार को सीके डब्ल्यू साइडिग में मासस की ओर से आयोजित चालक उपचालकों व असंगठित मजदूरों की सभा में निरसा के विधायक अरूप चटर्जी ने कही। कहा कि भाजपा सरकार जो बड़ी-बड़ी बातें की। उसका कुछ भी नहीं हुआ।1972 में पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने कोलियरियों को निजी मालिकों के हाथों से छीनकर राष्ट्रीयकरण कराया था। भाजपा सरकार आउटसोíसंग लाकर पुन: उस प्रवृत्ति को दोहराने की प्रक्रिया कर रही है। इसका उदाहरण एफडीआइ है। कहा कि विधानसभा चुनाव के बाद विपक्ष की सरकार होगी। यदि जरूरत पड़ी तो समान विचारधारा वाली पार्टी से गठबंधन करेंगे।
मजदूरों के अधिकार को क्षेत्र में जोरदार आंदोलन किया जायेगा। मासस के जिलाध्यक्ष हरि प्रसाद पप्पू ने कहा कि केंद्र सरकार मजदूरों, किसानों व नौजवानों को शोषण कर रही है। सार्वजनिक उद्योग को बंद कर रही है। सरकार गरीबी नहीं गरीबों को हटाना चाहती है। इस दौरान दूसरे संगठन के 58 मजदूरों ने मासस का दामन थामा। इसके पूर्व गोलकडीह से बिदा पासवान के नेतृत्व में बाइक जुलूस के साथ लोग साइडिग पहुंचे। मौके पर सुभाष सिंह, बिदा पासवान, सुभाष चटर्जी, हरेमुरारी महतो, संतोष रवानी, शंकर भुइयां, राजकुमार निषाद, विक्की रवानी, चंद्रकांत कुमार, पिटू, संतोष वर्मा, हरेंद्र निषाद, सुरेंद्र वर्मा, राजेश बिरूवा, सुभाष रवानी, राहुल, विशाल, गोविद, बृजेश, संदीप, रौनक, प्रिस आदि थे।