JMADA कर्मचारियों ने हड़ताल की दी चेतावनी, ठप होगी जलापूर्ति Dhanbad News
13 सितंबर से झरिया में जलापूर्ति ठप किए जाने की चेतावनी से झमाडा प्रबंधन व लोग परेशान हो गए हैं। जलापूर्ति ठप किए जाने से लगभग 10 लाख की आबादी को भारी परेशानी झेलनी पड़ेगी।
झरिया, जेएनएन। झारखंड खनिज क्षेत्र विकास प्राधिकार (झमाडा) जल संयंत्र जामाडोबा में दामोदर हेड वर्कर्स यूनियन के तत्वावधान में मंगलवार को झमाडा कर्मियों ने छठा वेतन समझौता लागू करने व बकाया वेतन भुगतान करने की मांग को लेकर प्रदर्शन किया। इस दौरान सरकार व झमाडा प्रबंधन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई। आंदोलन का नेतृत्व कर रहे सुरेश प्रसाद महतो ने किया। इस दौरान उन्होंने झमाडा कर्मियों को छठा वेतन समझौता जल्द लागू कर 40 माह के बकाया वेतन देने की मांग की। कहा कि यदि बकाया वेतन नहीं मिला तो 13 सितंबर से जामाडोबा से कोयलांचल में जलापूर्ति ठप कर दी जाएगी।
वहीं सेवानिवृत्त कर्मियों की पावना राशि भी नहीं मिल रही है। राशि के अभाव में कई कर्मी अपने गंभीर बीमारी का इलाज नहीं करा पा रहे हैं। मौके पर राजेंद्र ङ्क्षसह, मदन महतो, इंद्रदेव महतो, गोपाल पासवान, रामजी यादव, परमानंद मंडल, दुर्गा राउत आदि थे।
जलापूर्ति ठप करने से कोयलांचल में मच जाएगा हाहाकार : इधर, 13 सितंबर से झरिया कोयलांचल में जलापूर्ति ठप किए जाने की चेतावनी से झमाडा प्रबंधन व लोग परेशान हो गए हैं। जलापूर्ति ठप किए जाने से लगभग 10 लाख की आबादी को भारी परेशानी झेलनी पड़ेगी। बता दें कि जामाडोबा से झरिया शहर के अलावा कोलियरी क्षेत्रों के अलावा केंदुआ, पुटकी, लोयाबाद आदि क्षेत्रों में जलापूर्ति की जाती है। झरिया के समाजसेवी डॉ. ओपी अग्रवाल, पिनाकी राय, सोष्टी दत्ता, उपेंद्र गुप्ता, अमित कुमार साहू, झुन्नू गुप्ता, मनोज साव आदि ने झमाडा प्रबंधन से मामले को गंभीरता से लेकर सकारात्मक पहल करने की मांग की है।