क्वालिटी एजुकेशन पर मंथन करेंगे ICSE स्कूल के प्राचार्य, धनबाद को मिली मेजबानी Dhanbad News
एसोसिएशन ऑफ स्कूल्स फॉर दर इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट (एएसआइएससी) की ओर से 19-20 सितंबर को गोविंदपुर स्थित एक होटल में 32वें रीजनल कांफ्रेंस का आयोजन किया जा रहा है।
धनबाद, जेएनएन। यह पहली बार है जब बिहार-झारखंड के इतनी बड़ी संख्या में आइसीएसई स्कूलों के प्राचार्यों का एक जगह जुटान हो रहा है। एसोसिएशन ऑफ स्कूल्स फॉर दर इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट (एएसआइएससी) की ओर से 19-20 सितंबर को गोविंदपुर स्थित एक होटल में 32वें रीजनल कांफ्रेंस का आयोजन किया जा रहा है। इस कार्यक्रम को कराने की जिम्मेवारी धनबाद जोन को मिली है। इसमें बिहार-झारखंड के 153 स्कूलों प्राचार्य और उनके प्रतिनिधि शामिल होंगे।
मंगलवार को डिनोबिली स्कूल सीएमआरआइ में पत्रकारों से बातचीत में प्राचार्य सह जोनल कोऑर्डिनेटर जोसेफ केए ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि दो दिन तक चलने वाले इस आयोजन में पहले दिन 19 को बेंगलुरु से काउंसिल के वक्ता डॉ.ए.सेंथिल कुमारन और दूसरे दिन आइसीएसई के चीफ एग्जीक्यूटिव एचं सेक्रेटरी जेरी अराथून उपस्थित रहेंगे। बतौर मुख्य आइआइटी आइएसएम के निदेशक डॉ.राजीव शेखर होंगे। कांफ्रेंस सुबह नौ बजे शुरू हो जाएगा। रजिस्ट्रेशन सुबह आठ से नौ बजे तक होगा। इस पर स्कूल की छात्राओं की ओर से कई सांस्कृतिक कार्यक्रम भी पेश किए जाएंगे। 20 को समापन समारोह में आइसीएसई के सचिव जेरी अराथून का संबोधन होगा। कांफ्रेंस का विषय 'वैल्यू लीड टू एक्सीलेंस' रखा गया है।
बच्चों के दिमागी बदलावों पर होगी विस्तृत चर्चाः कांफ्रेंस में आइसीएसई स्कूल के छात्रों के सर्वांगीण विकास पर चर्चा की जाएगी। इसमें समाज, विकास, वैश्विक तकनीक और बच्चों के माइंड सेट में होनेवाले बदलावों के परिप्रेक्ष्य में शिक्षण शैली में प्रभावी परिवर्तन लाने पर प्राचार्य मंथन करेंगे। इसके बाद जो निष्कर्ष निकलेगा, उसे काउंसिल में लागू करने पर विचार किया जाएगा, ताकि आइसीएसई के छात्र अधिक से अधिक लाभ उठा सकें। काउंसिल द्वारा आइसीएसई के छात्रों के लिए अलग स्टडी मैटेरियल, क्वेश्चन पेपर, वीडियो लेक्चर तैयार करने पर भी चर्चा होगी।
बिहार-झारखंड में छह जोन
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