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जामताड़ा का बालू धनबाद में बेच रहे माफिया, पूरे साल चलता है अवैध उठाव का खेल Dhanbad News

रजिया नदी के भंडारो व चालना बालू घाट से सालभर अवैध बालू उठाव चलता रहता है। धनबाद जिले के सीमावर्ती क्षेत्र में घाट होने के कारण यह अवैध कमाई का अहम साधन बना हुआ है।

By Deepak Kumar PandeyEdited By: Published: Mon, 15 Jul 2019 12:06 PM (IST)Updated: Mon, 15 Jul 2019 12:06 PM (IST)
जामताड़ा का बालू धनबाद में बेच रहे माफिया, पूरे साल चलता है अवैध उठाव का खेल Dhanbad News
जामताड़ा का बालू धनबाद में बेच रहे माफिया, पूरे साल चलता है अवैध उठाव का खेल Dhanbad News

संवाद सहयोगी, जामताड़ा: रजिया नदी के भंडारो व चालना बालू घाट से सालभर अवैध बालू उठाव चलता रहता है। धनबाद जिले के सीमावर्ती क्षेत्र में घाट होने के कारण यह अवैध कमाई का अहम साधन बना हुआ है। धनबाद जिले में अधिक दाम पर बालू बेचकर माफिया मालामाल हो रहे हैं।

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बालू माफिया ही आसपास के सीधे-साधे ग्रामीणों को मजदूरी के नाम पर बहकाते हैं। रविवार को भंडारो घाट के समक्ष जिला खनन अधिकारी (डीएमओ) राजाराम प्रसाद को बंधक बनाए जाने के पीछे भी ऐसी ही कुछ साजिश बताई जा रही है।

इससे पूर्व भी बालू घाट में पहुंची छापेमारी टीम को ग्रामीणों से विरोध का सामना करना पड़ा है। रविवार को डएमओ राजाराम प्रसाद 3-1 पुलिस के साथ सुबह वहां रजिया नदी घाट में छापेमारी करने पहुंचे थे। घाट पर दो-तीन बालू लदे ट्रैक्टर थे। जब दो ट्रैक्टरों को जब्त किया गया तो ग्रामीण गोलबंद हो गए। उन्होंने जिला खनन अधिकारी को चारों ओर से घेर लिया। उनका कहना था कि वे लोग बालू बाहर नहीं बेचते हैं। अपनी पंचायत व गांव में चल रहे पीएम आवास योजना के लिए इसका इस्तेमाल करते हैं। बालू उठाव की मजदूरी से परिवार चलता है। ग्रामीण डीएमओ को गोलपहाड़ी स्थित क्रशर सह खदान परिसर ले जाकर बंधक बनाकर बैठाए रखा।

फिर खदान रही निशाने पर: खदान संचालकों का कहना था कि बालू उठाव के खिलाफ प्रशासन जब कार्रवाई करता है तो विरोध का परोक्ष ठिकरा माइंस प्रबंधन पर भी फूटता है। खदान व क्रशर वैध है। प्रशासन की लिखित अनुमति पर इकाइयां चल रही है। फिर भी रविवार को उसे बंद करवा दिया गया। इधर डीएमओ ने कहा कि खदान-क्रशर बंद कराने के लिए कोई आदेश जारी नहीं किया गया।


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