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धनबाद की 'लाइफलाइन' से लोगों की जिंदगी दांव पर, सड़क बड़े-बड़े गड्ढे में तब्दील; दस दिन में गिरकर 17 चोटिल

Dhanbad चार साल पहले 41 करोड़ की लागत से बरवाअड्डा से सिटी सेंटर फोरलेन सड़क बनवाई गई लेकिन अब यह सड़क बदहाल है। सड़क गड्ढों में तब्दील हो गई है। रोड पर नालों का पानी बह रहा है। लोग अपनी जान हथेली पर रखकर इस सड़क से आ-जा रहे हैं।

By Roma RaginiEdited By: Roma RaginiPublished: Sat, 18 Mar 2023 01:38 PM (IST)Updated: Sat, 18 Mar 2023 01:38 PM (IST)
धनबाद की 'लाइफलाइन' से लोगों की जिंदगी दांव पर, सड़क बड़े-बड़े गड्ढे में तब्दील; दस दिन में गिरकर 17 चोटिल
धनबाद की फोरलेन सड़क का हाल-खस्ताहाल लोग हो रहे चोटिल

धनबाद, जागरण संवाददाता। बरवाअड्डा से सिटी सेंटर फोरलेन सड़क कोलकाता-वाराणसी राजमार्ग को धनबाद शहर से जोड़ती है। इसे शहर की लाइफलाइन भी कहा जाता है लेकिन यह लाइफलाइन की बदहाल हालत से राहगीरों और चालकों की जान पर बन आई है।

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यह फोरलेन हर दिन हजारों लोग इस रास्ते का प्रयोग करते हैं। पैदल, साइकिल, बाइक, कार, ट्रक और स्कूल बस का गुजरना होता है। इस सड़क के बीच रानीबांध धैया तालाब के सामने सड़क पर नाली का गंदा पानी लगातार बह रहा है। यह समस्या पिछले दो तीन वर्षों से बनी हुई है। हाल के दिनों में यह बढ़ गई है।

चार साल पहले 41 करोड़ की लागत से यह सड़क फोरलेन की गई। पानी लगने की वजह से यहां कई बड़े गड्ढे हो चुके हैं। पिछले दस दिन में लगभग 17 लोग इस गड्ढे में गिरकर चोटिल हुए हैं। दो दिन पहले तो एक परिवार अपनी कार से जा रहा था, पानी लगे होने की वजह से गड्ढा दिखा नहीं और गाड़ी पलटते-पलटते बची।

स्थानीय लोगों ने किसी तरह से सभी को कार से बाहर निकाला। पैदल चलने वालों के उपर नाली के गंदे पानी का छींटा पड़ना तो आम बात है। इस ओर से न तो पथ निर्माण विभाग का ध्यान है और न ही नगर निगम। दोनों ही विभाग अपनी-अपनी जिम्मेवारियों से मुंह मोड़ रहे हैं।

फरवरी महीने में ही नगर निगम ने इस समस्या से निजात दिलाने के लिए 88 लाख 46 हजार का टेंडर निकाला था। इसके अंतर्गत नाली और कल्वर्ट का निर्माण होना है और धीरेंद्रपुरम होते हुए ड्रेन गुजारा जाएगा। एक महीने होने वाले हैं लेकिन इसपर अभी तक कोई भी सुगबुगाहट नहीं है।

इसी तरह, पथ निर्माण विभाग ने भी धैया रानीबांध के पास सड़क ऊंची करने के लिए 18 करोड़ रुपये का टेंडर निकालने की बात कही गई थी। इसमें श्रमिक चौक से किसान चौक और आंबेडकर चौक तक सड़क मरम्मत किया जाना है। यह भी अभी नहीं शुरू हो सका है।

सड़क मरम्मत नहीं होने का खामियाजा आम जनता उठा रही है। हर दिन हजारों लोगों को इसी गंदे पानी से होकर गुजरना पड़ रहा है। रात में स्थिति और खराब हो जाती है। कुछ दिखाई नहीं पड़ता, दुर्घटना की संभावना पहले से अधिक बढ़ गई है।

41 करोड़ से बनी सड़क का बुरा हाल

2018 में बरवाअड्डा किसान चौक से सिटी सेंटर तक 5.5 किमी तक सड़क बनकर तैयार हुई। 41 करोड़ की खर्च से पथ निर्माण विभाग ने इस सड़क को बनवाया। सड़क के दोनों ओर नालियां इतनी संकरी हैं कि आए दिन जाम हो जाती है। सफाई कर्मियों को इसे साफ करने में परेशानी होती है।

सिटी सेंटर से मेमको मोड़ तक लगभग आधे दर्जन स्पॉट पर नाली के ड्रेन की व्यवस्था नहीं है। पानी कहां और किस रास्ते से निकलेगा, इसका प्लान ही नहीं बनाया गया। इसी वजह से पानी सड़क पर बहता रहता है। पानी जमा होने के कारण सड़क भी उखड़ने लगती है। वीआइपी आगमन पर जरूर नगर निगम अपने सक्शन पंप से सड़क से पानी निकाल देता है। इसके बाद फिर से स्थिति जस की तस रह जाती है।

जल्द होगा समस्या का हल-कार्यपालक अभियंता

कार्यपालक अभियंता पथ निर्माण विभाग दिनेश प्रसाद ने कहा कि श्रमिक चौक से किसान चौक, आंबेडकर चौक तक लगभग 18 किमी सड़क मरम्मत के लिए 12 करोड़ का टेंडर निकाला जा रहा है। इसके बाद स्थायी तौर पर समस्या का हल हो जाएगा।

उन्होंने कहा कि धैया रानीबांध के पास सड़क ऊंची हो जाने से पानी नहीं बहेगा। अतिक्रमण की वजह से भी कई जगह नाली जाम है।


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