मधुपुर में बनेंगे तीन सौ क्वारंटाइन सेंटर व आइसोलेशन वार्ड
कोरोना संक्रमण के खिलाफ जारी जंग में आवश्यक संरचनाओं का विस्तार किया जा रहा है।
मधुपुर : कोरोना संक्रमण के खिलाफ जारी जंग में आवश्यक संरचनाओं का विस्तार किया जा रहा है। यह विस्तार धरातल पर कितना फलीभूत हो रहा है जब जागरण प्रतिनिधि ने इसका मुआयना किया तो पता चला कि मधुपुर अनुमंडलीय अस्पताल में 10 बेड का आइसोलेशन वार्ड काम कर रहा है।
इसमें ऑक्सीजन, आवश्यक दवाइयां, सैनिटाइजर, मेडिकेटेड मच्छरदानी उपलब्ध है। जबकि मधुपुर प्रखंड के गड़िया पंचायत अंतर्गत पुनीझरी ग्राम स्थित स्टेडियम में छ: बेड, स्वास्थ्य उप केंद्र महुआडाबर व स्वास्थ्य उपकेंद्र जगदीशपुर में 10-10 बेड का क्वारंटाइन वार्ड बनाया गया है। यहां भोजन की भी व्यवस्था की गई है। अनुमंडल अस्पताल उपाधीक्षक डॉ. सुनील कुमार मरांडी ने बताया कि मधुपुर प्रखंड मुख्यालय स्थित कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय में 50 बेड का क्वारंटाइन वार्ड बनाया जा रहा है। मधुपुर शहरी व ग्रामीण क्षेत्र के लिए 300 क्वारंटाइन वार्ड व आइसोलेशन सेंटर बनाने का लक्ष्य है।
सरकारी स्तर पर भोजन की व्यवस्था : मधुपुर स्थित अंची देवी सर्राफ बालिका प्लस टू विद्यालय के छात्रावास भवन में बाहर से आनेवाले मजदूरों को रखने की व्यवस्था की गई है। इन लोगों के लिए सरकारी स्तर पर भोजन की भी व्यवस्था की गई है। अभी तक पंचायत स्तर पर क्वारंटाइन सेंटर नहीं बनाया गया है। अनुमंडल अस्पताल में स्वास्थ्य कर्मियों के लिए 200 डिस्पोजेबल मास्क, एक थर्मल स्कैनिग मशीन व 100 एमएल का 100 सैनिटाइजर उपलब्ध कराया गया है। जबकि एक थर्मल स्कैनिग मशीन निजी तौर पर मंगाया गया है, जिससे अनुमंडल अस्पताल में आने वाले लोगों का थर्मल स्कैनिग किया जा रहा है। जबकि एक थर्मल स्कैनिग मशीन से ग्रामीण क्षेत्रों में चिकित्सकों द्वारा जांच की जा रही है। सहिया को सुरक्षा के नाम पर सिर्फ डिस्पोजेबल मास्क मुहैया कराया गया है। आइसोलेशन वार्ड एवं क्वारंटाइन सेंटर मे लगाए गए बेड की दूरी तीन मीटर है। वेंटीलेटर अनुमंडल अस्पताल में उपलब्ध नहीं है। एन-90 मास्क चिकित्सकों के लिए उपलब्ध नहीं कराया गया है। जबकि जनप्रतिनिधि एन-90 मास्क लगाकर घूम रहे हैं।
सारठ में नहीं है पर्याप्त व्यवस्था : कोरोना संक्रमण को लेकर प्रखंड स्तर पर स्वास्थ्य विभाग की ओर से की गई व्यवस्था नहीं के बराबर है। सारठ सीएचसी में पांच बेड का आइसोलेशन कक्ष बनाया गया है। वहीं बभनगामा में बंद पड़े नवनिर्मित पीएचसी भवन तथा कस्तूरबा आवासीय विद्यालय गोपीबांध में क्वारंटाइन कक्ष बनाया गया है। चिकित्सा प्रभारी डॉ. जियाउल हक ने बताया कि विभाग द्वारा सीएचसी को पांच पीपीई किट व मात्र दो सेट एन-90 मास्क दिया गया है। अबतक सीएचसी में 381 मरीजों की जांच हुई है। स्थानीय थाना में बाहर से आने वाले मजदूर व भूखे रह रहे लोगों के लिए खाने की व्यवस्था की गई है।