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पीएम आवास लाभुक के खाते से उड़ाए दस हजार

सारठ (देवघर) एसबीआई के तहत संचालित सीएसपी के संचालक के कारनामे से बैंक के विश्वसनीय

By JagranEdited By: Published: Fri, 29 Mar 2019 07:22 PM (IST)Updated: Sat, 30 Mar 2019 06:45 AM (IST)
पीएम आवास लाभुक के खाते से उड़ाए दस हजार

सारठ (देवघर) : एसबीआई के तहत संचालित सीएसपी के संचालक के कारनामे से बैंक के विश्वसनीयता पर सवाल खड़ा हो गया है। साइबर अपराधी द्वारा बैंक उपभोक्ता के खाते से पैसे उड़ाने की बात तो हर दिन सामने आते रहती है लेकिन अब कुछ बैंक कर्मी भी इस धंधे में शामिल हो गए हैं। इसी तरह का एक मामला एसबीआई सारठ शाखा के नीचे चल रहे सीएसपी में घटी है। सीएसपी के संचालक विमल शर्मा ने पीएम आवास लाभुक के खाते से उनकी जानकारी के बिना दस हजार रुपये की अवैध निकासी कर ली। पीडित रामबंधु मरांडी ने सीएसपी संचालक के विरूद्ध स्थानीय थाना में लिखित शिकायत कर कार्रवाई की मांग की है।

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क्या है मामला: फुलचुवां पंचायत के कपसियों गांव के रामबंधु मरांडी (पिता-तरक मरांडी) को वर्ष 2018-19 में पीएम आवास स्वीकृत हुआ। रामबंधु मरांडी के खाते में 11 दिसंबर 2018 को आवास मद में 75 हजार रुपया आया। 29 दिसंबर को लाभुक सीएसपी से पैसा निकासी करने गया। सीएसपी के संचालक ने खाता धारक से बायोमेट्रिक मशीन एवं पंजी में अंगूठा का निशान लगवाया। उसके बाद पूछा कि कितने पैसे की निकासी करनी है। खाता धारक ने बताया 40 हजार। जिस पर उसने कहा कि 30 हजार ही निकासी होगी वह भी नकद भुगतान नहीं होगा। किसी के खाते में ट्रांसफर करना होगा। खाता धारक ने दो लोगों का खाता नंबर दिया। इसमें संचालक द्वारा एक खाता में 10 हजार तथा दूसरे खाता में 20 हजार यानि कुल 30 हजार ट्रांसफर कर दिया। 27 मार्च को जब लाभुक आवास की ढलाई के लिए सारठ सीमेंट व छड़ लेने आया तो सीएसपी पैसा निकालने गया। लेकिन उसके खाते में 10 हजार राशि कम थी। मिनी स्टेटमेंट निकलाने पर पता चला कि 29 दिसंबर को संचालक ने 10 हजार की निकासी कर ली है। कैसे बनेगा आवास: रामबंधु मरांडी ने कहा कि आवास के छत की ढलाई बाकी है। छड़-सीमेंट खरीदना था। लेकिन पैसा नहीं रहने से सामान नहीं ले पाए। अब उनका आवास कैसे बनेगा।

रीना देवी की खाते से भी 10 हजार की हुई थी निकासी: ओझाडीह गंडा की रीना देवी के पति हकलेश्वर पंडित ने बताया कि 15 दिन पहले सीएसपी पैसा निकासी करने गए। 10 हजार निकासी करके घर आ गए। चार दिन बाद उनके पति ने खाता अपडेट कराया तो खाते में 10 हजार कम था। उसने सीएसपी संचालक से कहा कि मेरी पत्नी ने खाते से 10 हजार निकासी की है जबकि उस तिथि को खाता से बीस हजार निकासी हुई। हो हल्ला करने पर संचालक ने 10 हजार वापस कर दिया। लोगों की माने तो सीएसपी में यह गोरखधंधा खूब चल रहा है। मनरेगा मजदूर, पीएम आवास लाभुक व पेंशन लाभुकों के खाते से से टिप निशान लेकर उनकी जानकारी के बिना अधिक राशि की निकासी कर रहे हैं।

वर्जन

सीएसपी की काफी शिकायत है। लेकिन लिखित शिकायत नहीं मिलने से कार्रवाई नहीं कर पाते हैं। उच्चाधिकारी को घटना कि जानकारी दे दी गई है। सीएसपी का ट्रांजेंक्शन चेक किया जा रहा है। ऐसे सीएसपी को बंद करा दिया जाएगा। अब सभी सीएसपी में सीसीटीवी कैमरा लगवाया जाएगा। इसके लिए विभाग के अधिकारी को लिखा जाएगा। पीड़ित को हर हाल में न्याय मिलेगा।

राजीव किशोर, : शाखा प्रबंधक, एसबीआई सारठ वर्जन

आवेदन के आलोक में सीएसपी की जांच की जा रही है। शाखा प्रबंधक और सीएसपी संचालक से भी पूछताछ की जा रहा है। उसके बाद दोषियों के विरूद्ध मामला दर्ज किया जाएगा।

विमल कुमार सिंह, थाना प्रभारी।


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