इंजीनियरिग कॉलेज के छात्रों ने किया मेधा डेयरी का भ्रमण
बिरसा कृषि विश्वविद्यालय के अधीन संचालित फूलो-झानो मुर्मू दुग्ध प्रौद्योगिकी महाविद्यालय के द्वितीय वर्ष के छात्र-छात्राओं ने देवघर स्थित मेधा डेयरी प्लांट का भ्रमण किया।
देवघर : बिरसा कृषि विश्वविद्यालय के अधीन संचालित फूलो-झानो मुर्मू दुग्ध प्रौद्योगिकी महाविद्यालय के द्वितीय वर्ष के छात्र-छात्राओं ने देवघर स्थित मेधा डेयरी प्लांट का भ्रमण किया। प्लांट के तकनीकी पदाधिकारी धर्मेंद्र कुमार ने छात्रों को दुग्ध संयंत्र की तकनीकी जानकारी व कार्यप्रणाली के बारे में विस्तार से जानकारी दी। छात्रों ने प्लांट के द्वारा दुग्ध उत्पाद, पनीर, दही, मिष्टी दही एवं विभिन्न मानकों के दूध पैकेटों के उत्पादन, दुग्ध प्रसंस्करण, दुग्ध क्रय व विपणन के साथ इसके कोल्ड चेन वितरण प्रणाली से दुग्ध व इसके उत्पादों को गुणवत्तापूर्ण तरीके से नियत स्थानों तक पहुंचाने की जानकारी से अवगत हुए।
स्वच्छता मानकों की दी गई जानकारी : मेधा डेयरी भ्रमण के दौरान छात्रों को दूध प्लांट में स्वच्छता मानकों के तमाम बारीकियों से भी अवगत कराया गया। प्रत्येक चरण के लिए तय मानकों के बारे में छात्रों को विस्तार से जानकारी दी गई। इस दौरान डेयरी इंजीनियरिग कॉलेज के सह-अधिष्ठाता डॉ. संजय कुमार ने कहा कि झारखंड में एकमात्र डेयरी इंजीनियरिग कॉलेज की शुरुआत हंसडीहा में हुई है। इस कॉलेज के समग्र विकास व गुणवत्ता आधारित शैक्षणिक माहौल तैयार करने के लिए बिरसा कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. आरएस कुरील के निर्देश पर रुरल डेयरी वर्क एक्सपिरियेंस प्रोग्राम के तहत छात्रों को तकनीकी एवं रोजगार स्वावलंबन की जानकारी दी जा रही है। महाविद्यालय की व्याख्याता डॉ. जूही लोध एवं संतोष आनंद ने भी भ्रमण के क्रम में छात्रों को कई अहम जानकारी दी। इसके उपरांत छात्र-छात्राओं को देवघर के मोदी डेयरी फॉर्म का भी भ्रमण कराया गया। इस मौके पर फॉर्म के संचालक सुनील कुमार सत्संगी ने फॉर्म हाउस व यहां संचालित गतिविधियों की जानकारी दी। छात्रों ने यहां अलग-अलग गोशाला में अलग-अलग गायों के रखने समेत नाद, फर्श व इसकी साफ-सफाई के बारे में जानकारी ली। इसके अलावा छात्रों को यहां गोबर गैस प्लांट, गोबर से तैयार होने वाला जैविक व केंचुआ खाद, कृत्रिम गर्भाधान, टीकाकरण का महत्व समेत कई अहम बिदुओं पर जानकारी दी गई।