बाल विवाह रोकने के लिए आना होगा आगे
गर्ल्स नॉट ब्राइड्स देवघर आशा रांची व आस्था के संयुक्त तत्वावधान में बाल विवाह उन्मूलन को लेकर एक दिवसीय जिलास्तरीय कार्यशाला का गुरुवार को नगर भवन में आयोजन किया गया।
मधुपुर : गर्ल्स नॉट ब्राइड्स देवघर, आशा रांची व आस्था के संयुक्त तत्वावधान में बाल विवाह उन्मूलन को लेकर एक दिवसीय जिलास्तरीय कार्यशाला का गुरुवार को नगर भवन में आयोजन किया गया। इसका उद्घाटन जिला महिला एवं बाल संरक्षण पदाधिकारी मीरा कुमारी, कार्यपालक दंडाधिकारी संजय कुमार सिन्हा, नप अध्यक्षा लतिका मूर्मू, बाल विकास परियोजना पदाघिकारी पूनम सिन्हा ने संयुक्त रूप से किया।
डीसीपीओ मीरा कुमारी ने कहा कि सरकार महिला व बाल अधिकारों के प्रति सजग है। बाल विवाह की रोकथाम के लिए समाज को आगे आना होगा। यदि किसी अव्यस्क का उसके विधिक अभिरक्षा से उठाकर या फुसलाकर अथवा धोखे में दबाव देकर तस्करी या बेचकर विवाह कराया जाता है तो ऐसा विवाह शून्य माना जाएगा। साथ ही बाल विवाह निषेधादेश का उल्लंघन करने पर दो वर्ष के सश्रम कारावास तथा एक लाख रुपये का जुर्माना का प्रावधान है। कार्यपालक दंडाधिकारी ने कहा कि जबरन विवाह शून्य माना जाएगा। नप अध्यक्षा ने कहा कि महिलाएं अब अपने हक अधिकार के लिए जागरूक हो रही है। सजग नागरिक का यह कर्तव्य है कि बाल विवाह जैसी कुरीति के खिलाफ आगे आए। बाल विकास परियोजना पदाघिकारी पूनम सिन्हा ने सभी आंगनबाड़ी सेविका व सहायिका को निर्देश दिया कि अपने क्षेत्रों में होने वाले बाल विवाह पर नजर रखें व इसकी जानकारी बाल विवाह निषेध पदाधिकारी को दें। इसके अलावे नगर परिषद उपाध्यक्ष मोहम्मद जियाउल हक, वार्ड पार्षद शबाना परवीन, सनोवर यासमीन, मधुर बचपन एकेडमी के निदेशक प्रसाद चटर्जी, लोकपाल सुचित्रा झा, लोकगीत संस्था के सचिव प्रदीप सिंह, आस्था सचिव राजेश कुमार, लोकश्री की सचिव मनोरमा सिंह, कृति की सचिव मीरा सिंह, अमेरिका यादव, ग्रामीण विकास बिदु, दिव्यांग सेवा समिति, नवोदय सेवा धाम के पदाधिकारियोंने भी कार्यशाला को संबोधित किया।