आइआइटियन तैयार करेंगे बायो गैस बॉटलिंग और स्मार्ट होम
आइआइटी आइएसएम के इन्नोवेशन इनक्यूवबेशन एंड इंटरप्रेन्योरशिप ने 11 स्टार्टअप प्रोजेक्ट को मंजूरी दे दी है।
जागरण संवाददाता, धनबाद: आइआइटी आइएसएम के इन्नोवेशन इनक्यूवबेशन एंड इंटरप्रेन्योरशिप ने 11 स्टार्टअप प्रोजेक्ट को मंजूरी दे दी है। छात्र सेंटर में अपने स्टार्टअप का प्रस्तुतीकरण देंगे, जिसके बाद इन्हें शुरुआती रकम दी जाएगी जिससे स्टार्टअप शुरू हो जाएगा। स्टार्टअप के लिए कुल 22 प्रोजेक्ट जमा किए गए थे, जिनमें 11 को मंजूरी दी गई। गुणवत्ता में सुधार को लेकर शुरू की गई टेक्यूप-3 (टेंपररी ज्वाइंट इंस्टीट्यूट एनालिटिकल इनसाइटस) के तहत इन सभी स्टार्टअप को संस्थान का इनोवेशन इनक्यूबेशन सेंटर बेहतर करने में सहयोग करेगा।
चयनित किए गए स्टार्टअप
सौरभ कुमार - बायो गैस बॉटलिंग - 50 हजार
अनिमेश चट्टोपाध्याय - स्र्माट गृह - 50 हजार
शुभम मोदी - फूडओ - 50 हजार
विपिन दीक्षित - तुलसी केयर - 50 हजार
धीरज पटेल - साडा कैंपस - 35 हजार
भावेश गर्ग - तेवाह - 50 हजार
अपूर्व अग्रवाल - स्मार्ट सेफ्टी सिस्टम फोर व्हिकल 50 हजार
शुभम विश्वाल - हिलिंग हेल्थ - 35 हजार
निलेश कुमार यादव - फार्माटेक - 50 हजार
राजवर्धन - ट्रेकडील - 50 हजार
ऋषिराज अग्रवाल - इंडोर फीचर - 50 हजार
आइआइटी आइएसएम में 75 छात्रों के दस्तावेज की हुई जांच: आइआइटी आइएसएम में जेईई एडवांस के बाद होने वाले नामांकन के तहत ऑनलाइन प्रकिया जारी है। गुरुवार को इसी के तहत आइएसएम (जिसे रिपोर्टिग सेंटर भी बनाया गया है) के न्यू लेक्चर हॉल में छात्रों के दस्तावेजों की जांच की गई। गुरुवार को कुल 75 छात्रों के दस्तावेजों की जांच हुई। इस दौरान सेंटर पर वैसे छात्र भी पहुंचे थे जिन्होंने अपना च्वाइस फिलिंग में आइआइटी रूड़की, खड़गपुर व गोवा भरा है। जोसा के निर्देश में स्पष्ट है कि छात्र भी अपने दस्तावेजों की जांच नजदीकी रिपोर्टिग सेंटर में करा सकते हैं। बताते चलें कि रिपोर्टिग सेंटर पर दो जुलाई तक दस्तावेजों की जांच की जाएगी। जोसा ने भी नामांकन को लेकर ओपनिंग व क्लोजिंग रैंक जारी कर दिया है। आइएसएम का ओपनिंग रैंक 1182 व 14593 क्लोजिंग रैंक है।
लड़कियों में बढ़ा माइनिंग का क्रेज, 15 ने चुना: आइआइटी आइएसएम का माइनिंग इंजीनिय¨रग विश्व विख्यात है, लेकिन यहां का माइनिंग इंजीनिय¨रग लड़कियों की भी पसंद बन जाएगा इसकी कल्पना शायद किसी ने नहीं की थी। पिछली बार आइएसएम माइनिंग इंजीनिय¨रग के इतिहास में पहली बार तीन छात्राओं ने नामांकन लिया था। यह दूसर बैच होगा जब माइनिंग में सर्वाधिक 15 ने लड़कियों ने च्वाइस फिलिंग में न केवल आइएसएम को चुना है बल्कि नामांकन के लिए शुल्क भी जमा कर दिया है।
आइएसएम के केमिकल इंजीनिय¨रग की बढ़ी चमक: आइआइटी आइएसएम के बीटेक केमिकल इंजीनिय¨रग की चमक नामचीन कंपनियों के बीच बढ़ गई है। अब तक इस फेहरिस्त में कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनिय¨रग विभाग नंबर एक था, लेकिन इस बार प्लेसमेंट के जो आंकड़े संस्थान ने जारी किया है वह चौंकाने वाला है। केमिकल इंजीनिय¨रग के शत-प्रतिशत छात्रों ने प्लेसमेंट में जॉब पाकर एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है। जॉब पाने में दूसरे स्थान पर कंप्यूटर साइंस इंजीनिय¨रग के छात्र रहे हैं। इस बार सर्वाधिक पैकेज 42 लाख जबकि न्यूनतम पैकेज साढ़े छह लाख रहा है। इस वर्ष कैंपस में कुल 532 छात्र शामिल हुए थे जिसमें 442 छात्रों को अब तक जॉब ऑफर मिल चुका है। पांच वर्षीय डुअल डिग्री कोर्स में मिनरल तथा माइनिंग और एमबीए के सभी छात्रों को विभिन्न कंपनियां जॉब दे चुकी हैं। सबसे खराब स्थिति डुअल डिग्री में मिनरल और एमबीए की रही है। इसमें एक भी छात्र को प्लेसमेंट के दौरान जॉब नहीं मिला है।