अब कस्तूरबा विद्यालयों में भी स्मार्ट क्लास
सूची तैयार कर जिला को उपलब्ध कराएं ताकि उसे शीघ्रता से उपलब्ध कराया जा सके। बैठक में उप विकास आयुक्त शैलेन्द्र कुमार लाल सिविल सर्जन डा.विजय कुमार कार्यपालक अभियंता पेयजल एवं स्वच्छता प्रमंडल आंनद कुमार सिंह जिला समाज कल्याण पदाधिकारी अनिता कुजूर समेत कई अधिकारी मौजूद थे।
जागरण संवाददाता, देवघर : आने वाले दिनों में देवघर जिला के कस्तूरबा आवासीय विद्यालय की छात्राएं स्मार्ट क्लास रूम में बैठकर तालीम हासिल कर सकेंगी। दरअसल जिले में संचालित कस्तूरबा आवासीय विद्यालयों की व्यवस्था को सुदृढ़ कर बेहतर सुरक्षा समेत मुकम्मल आधारभूत संरचनाओं का निर्माण कॉरपोरेट सामाजिक जिम्मेदारी (सीएसआर) के तहत किया जाएगा।
उपायुक्त नैंसी सहाय ने गुरुवार को सीएसआर के तहत देवघर जिले में हो रहे विभिन्न कार्यों की अद्यतन समीक्षा के दौरान स्पष्ट तौर पर कहा है कि देवघर जिला अंतर्गत सभी कस्तूरबा आवासीय विद्यालयों में सुरक्षा के मद्देनजर चारदीवारी, शिक्षा में गुणवत्तापूर्ण सुधार के लिए स्मार्ट क्लास शुरू कराने के लिए शिक्षा महकमा के अधिकारी अविलंब जरूरतों से संबंधित प्रतिवेदन मुहैया कराएं ताकि उस पर अग्रतर कार्रवाई हो सके।
बैठक में उपायुक्त ने सीएसआर मद से जिले के 36 आंगनबाड़ी केंद्रों के आधुनिकीकरण के कार्यों की समीक्षा करते हुए समाज कल्याण पदाधिकारी को निर्देश दिया कि आंगनबाड़ी के आधुनिकीकरण से संबंधित कार्यों की अद्यतन प्रगति से संबंधित रिपोर्ट और फोटोग्राफ्स उपायुक्त कार्यालय को उपलब्ध कराएं। उपायुक्त ने जिला समाज कल्याण पदाधिकारी को निर्देश दिया कि मॉडल आंगनबाड़ी केन्द्रों में दीवार लेखनी का कार्य बेहतर तरीके से कराया जाए ताकि बच्चों को मनोरंजन के साथ ज्ञानवर्द्धन की बातें सीखने में सहूलियत हो। कहा कि सभी आंगनबाड़ी केन्द्रों में आवश्यकतानुसार जो भी सामग्री की जरूरत है उसे 22 मार्च तक जिला ग्रामीण विकास अभिकरण में उपलब्ध कराएं। उपायुक्त ने सीएसआर मद के तहत किये जाने वाले कार्यों के लिए गठित समिति को कई निर्देश दिया और सदस्यों ने अबतक के कार्यों की अद्यतन स्थिति से अवगत हुईं।
उपायुक्त ने निर्देश दिया कि सीएसआर के तहत आइसीडीएस, स्वास्थ्य, पेयजल, शिक्षा, समाज कल्याण के क्षेत्रों में प्राथमिकता के आधार पर रणनीति बनाकर बेहतर कार्य किया जाए। इसी क्रम में उन्होंने सदर अस्पताल एवं एमटीसी में सुविधाओं को और बेहतर करने के लिए सिविल सर्जन को कई निर्देश दिया। कहा कि जो भी समान व मशीनरी उपकरणों की आवश्यकता हो उसकी सूची तैयार कर जिला को उपलब्ध कराएं ताकि उसे शीघ्रता से उपलब्ध कराया जा सके।
बैठक में उप विकास आयुक्त शैलेन्द्र कुमार लाल, सिविल सर्जन डॉ. विजय कुमार, कार्यपालक अभियंता पेयजल एवं स्वच्छता प्रमंडल आंनद कुमार सिंह, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी अनिता कुजूर, समेत कई अधिकारी मौजूद थे।