श्रीमद्भागवत कथा से पितरों को भी मिलती मुक्ति
शनिवार की रात श्रीमद्भागवत कथा वाचक हिमांशु शेखर पांडेय ने अपने प्रवचन में कहा कि इसके अनुश्रवण से अपने साथ-साथ पितरों को भी मुक्ति मिलती है।
चितरा (देवघर) : कोयलांचल के कोयरी जमुआ में चल रहे शिवशक्ति महायज्ञ में भक्ति की गंगा प्रवाहित हो रही है। शनिवार की रात श्रीमद्भागवत कथा वाचक हिमांशु शेखर पांडेय ने अपने प्रवचन में कहा कि इसके अनुश्रवण से अपने साथ-साथ पितरों को भी मुक्ति मिलती है। इसके अलावा यज्ञ के महत्व पर प्रकाश डाला। वहीं भजन संध्या में सुपर म्यूजिकल रंगीला ग्रुप के कलाकारों ने एक से एक भक्ति गीत प्रस्तुत कर भक्ति की गंगा बहाई। कथा वाचक ने कहा कि मानव जन्म का एक ही मकसद ईश्वर की प्राप्ति करना है। इस कथा अनुश्रवण से ईश्वर प्राप्त करने का मार्ग सुगम हो जाता है। इसमें भगवान के लीलाओं का वर्णन है। मनुष्य असंभव को संभव कर दिखाता है। इसके अनुश्रवण मात्र से असीम फल की प्राप्ति होती है। कथा स्थल तक आने में जितनी कदम दूरी तय की जाती है। उतना ही तीर्थाटन करने के बराबर पुण्य प्राप्त होता है। यज्ञ के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि इससे समस्त जीवों का कल्याण होता है। यज्ञ आयोजन स्थल के आसपास के इलाकों में सुख समृद्धि आती है। लोग निरोग जीवन जीते हैं। अच्छी बारिश होती है। मानव ही नहीं समस्त जीवों को पीने का जल प्राप्त होता है।
भजन संध्या पर झूमे लोग : गुरु वंदना व गणेश वंदना से हलधर रंगीला ने भजन संध्या का आगाज किया। बाबा भोले को समर्पित लोकगीत भी उन्होंने इस दौरान प्रस्तुत किया। मंगल भवन, अमंगल हारी, दशरथ सुत अजर बिहारी गीत पर सभी श्रोता झूम उठे। स्वर की मल्लिका ऋतु ने कार्यक्रम के अगले चरण में अपनी उपस्थिति दर्ज की। सत्यम शिवम सुंदरम गीत की प्रस्तुति देकर सबों को सम्मोहित कर लिया। किसने सजाया तुझे, माता के दरबार में हाजिरी लगानी है, चलो बुलावा आया है समेत भक्ति से ओतप्रोत कई गीत उन्होंने प्रस्तुत किया। भजन संध्या पर सैकड़ों दर्शकों ने देर रात तक भक्ति के समंदर में गोता लगाया। मौके पर खागा थाना प्रभारी शिव शंकर, गंगाधर महतो, विवेकानंद सिंह, गोलक बिहारी यादव, गोपाल सिंह, दीपक सिंह, गणेश मंडल, विष्णु सिंह समेत सैकड़ों की संख्या में दर्शक मौजूद थे।