पुआल में छिपाकर रखी थी लूट की राशि, 2.54 लाख बरामद
जागरण संवाददाता देवघर देवीपुर थाना क्षेत्र में गुरुवार को हुई पांच लाख लूट मामले में पुलि
जागरण संवाददाता, देवघर : देवीपुर थाना क्षेत्र में गुरुवार को हुई पांच लाख लूट मामले में पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है। पुलिस ने लूटी गई राशि में से 2.54 लाख रुपये बरामद कर लिया है। रुपये को तकिया के खोल में रखकर उसे पुआल के अंदर छिपा दिया गया था। लूटकांड का मास्टरमाइंड करौं थाना क्षेत्र के धनियाडीह गांव निवासी विजय कुमार यादव को गिरफ्तार कर लिया गया है। आरोपित विजय यादव पीड़ित सरयू महतो के पोता का साला है। घटना के बाद संदेह होने पर विजय को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई थी। पूछताछ में मिली जानकारी के आधार पर पुलिस ने घटना में शामिल आरोपित देवीपुर थाना क्षेत्र के बहेरवा टिल्ला निवासी पांडेय यादव के घर से वारदात में इस्तेमाल बाइक भी जब्त कर ली है। हालांकि वह भागने में सफल रहा। वहां से एक मोबाइल भी बरामद किया गया है। पुलिस कांड में शामिल तीन अन्य आरोपितों की तलाश में लगातार छापेमारी कर रही है। उसे पता था कि सरयू बंधन बैंक से पांच लाख रुपये निकालने वाला है। उसने लूट की योजना बनाई। इसके लिए एक व्यक्ति से संपर्क स्थापित किया। लूट में अपना हिस्सा तय करने के बाद लूट की रणनीति बनाई गई। योजना के मुताबिक वह पीड़ित के साथ हो गया। इधर जिस व्यक्ति को लूट का भार सौंपा गया था, उसने अपने दो आदमियों को इस काम में लगा दिया। दो युवक बाइक पर सवार होकर लूट की मंशा से साथ चलने लगा। इस दौरान विजय उसे लोकेशन बताता रहा। योजना के अनुसार सत्संग- भिरखीबाद मुख्य सड़क पर हाड़ोकूरा जोरिया के पास सरयू महतो के रुपये लूटकर फरार होने लगे। हालांकि इस दौरान सरयू ने काफी विरोध किया लेकिन अपराधी अपनी मंशा को कामयाब होने में सफल रहे।
छापेमारी दल में देवीपुर थाना प्रभारी बाला शंकर राय, एसआइ शंभुनाथ शर्मा, यदुवीर सिंह व प्रवीण कुमार शर्मा, हवलदार जग्गु उरांव, विपीन कुमार राउत, अजय कुमार, भवानी पंडित, दीपक कुमार रजक शामिल है।
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घटना में शामिल मुख्य आरोपित विजय को गिरफ्तार कर लिया है। उसकी निशानदेही पर लूट की राशि में 2.54 लाख रुपये, बाइक व मोबाइल फोन बरामद कर लिया गया है। घटना योजनाबद्ध तरीके से दी गई। घटना में शामिल अन्य आरोपितों की भी पहचान कर ली गई है। जल्द ही सभी आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
विकास चंद्र श्रीवास्तव, एसडीपीओ, देवघर