ओपीडी में 75 फीसद मरीजों की संख्या में आई कमी
हालांकि संस्थागत प्रसव में कोई खास गिरावट नहीं है। सरकारी अस्पताल में प्रसव की स्थिति संतोषप्रद है।
मधुपुर (देवघर) : सरकारी अस्पतालों की ओपीडी में मरीजों की संख्या में 75 फीसद की कमी आई है। हालांकि संस्थागत प्रसव में कोई खास गिरावट नहीं है। सरकारी अस्पताल में प्रसव की स्थिति संतोषप्रद है। बुधवार को अनुमंडल अस्पताल मधुपुर में करीब 35 से 40 की संख्या में गर्भवती महिलाएं अपनी मासिक स्वास्थ्य जांच कराने के लिए पहुंची थीं। यहां स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. मार्गरेट ने महिलाओं के स्वास्थ्य की जांच कर उचित सलाह दी। कहा कि महिलाओं के अस्पताल पहुंचने पर सबसे पहले मुख्य द्वार पर अच्छी तरह से सैनिटाइज्ड कराने के बाद ही चिकित्सीय कक्ष में प्रवेश मिलता है।
इधर, ओपीडी में मरीज शारीरिक दूरी का पालन करते हुए अपने नंबर आने का इंतजार कर रहे थे। डॉ. मोहम्मद शाहिद मरीजों के इलाज के दौरान कोरोना संक्रमण से बचाव व शारीरिक दूरी बनाए रखने की सलाह दे रहे थे। उन्होंने बताया कि बुधवार को 37 मरीजों का इलाज ओपीडी में किया गया है। उन्होंने माना कि लॉकडाउन के दौरान मरीजों की संख्या में भारी कमी आई है। अनुमंडल अस्पताल उपाधीक्षक डॉ. सुनील कुमार मरांडी ने कहा कि एक से 13 मई तक 375 मरीजों का इलाज ओपीडी में किया गया है।
संस्थागत प्रसव की स्थिति बेहतर : अनुमंडल अस्पताल उपाधीक्षक डॉ. सुनील कुमार मरांडी ने कहा कि जनवरी माह में 3071, फरवरी में 3455, मार्च में 2632, अप्रैल माह में 639 मरीजों का ओपीडी में इलाज हुआ है। मार्च माह के अंतिम सप्ताह से लॉकडाउन के चलते मरीजों की संख्या में कमी आ गई है। अप्रैल माह में 75 फीसद तक मरीजों की संख्या में कमी आई। संस्थागत प्रसव की स्थिति बेहतर है। जनवरी में 250, फरवरी 268, मार्च 244, अप्रैल 194 जबकि एक से 13 मई तक 70 महिलाओं का सफलतापूर्वक प्रसव कराया गया है। इसमें नौ का सफल ऑपरेशन किया गया है।