काम कराकर सात महीनों से नहीं किया भुगतान
छत्तीसगढ़ से कुछ मजदूरों को देवघर में बोरिंग कराने के लिए लाया गया था। हालांकि काम कराने के बाद इन मजदूरों को जब पैसा नहीं मिला तो यह मामला सोमवार को थाना पहुंच गया।
देवघर : छत्तीसगढ़ से कुछ मजदूरों को देवघर में बोरिंग कराने के लिए लाया गया था। हालांकि काम कराने के बाद इन मजदूरों को जब पैसा नहीं मिला तो यह मामला सोमवार को थाना पहुंच गया। पीएसआइ कुमार अभिषेक ने मजदूरों की मदद करते हुए तुरंत गाड़ी मालिक व चालक को थाना लाए। यहां मजदूरों का बकाया राशि भुगतान करने को निर्देश दिया। इस संबंध में मजूदर छत्तीसगढ़ के कोण्डागांव थाना क्षेत्र के शामपुर निवासी मुकुंद व उनके अन्य साथी लनेश, लक्ष्मण, राज कपुर, हेमलाल, राम प्रसाद व गिरार चौहान को कुलदेवीयम रॉक ड्रिलर बोरवेल में काम कराने के लिए यहां लाया गया। उन सभी को राजा एवं रघु नामक व्यक्ति ने उनलोगों को देवघर लाया। यहां शहरी सहित अन्य इलाके में बोरिग का काम कराया गया है। पूरे सात माह तक उनलोगों से काम लिया गया। इस दौरान एक भी माह का भुगतान नहीं किया गया। एक-एक मजदूर को नौ हजार रुपये मासिक माह के दर पर भुगतान करने का भरोसा दिलाया गया था। सोमवार को जब बकाया राशि की मांग की गई तो गाड़ी मालिक व चालक तमिलनाडू ले जाकर भुगतान करने की बात कहने लगे। लेकिन मजदूरों ने बकाया भुगतान कर देने की मांग पर अड़े रहे तो उन सभी को गाली-गलौज करके भगा दिया। मजूदरों के पास ना तो खाने का पैसा था और ना ही कहीं आने-जाने के लिए किराए की राशि। किसी व्यक्ति की सलाह पर सभी मजदूर नगर थाना पहुंचे। यहां पीएसआइ से मिलकर अपनी आपबीती सुनाया। पीएसआइ ने त्वरित कार्रवाई करते हुए मालिक व चालक को थाना ले आए। यहां मजदूरों को भुगतान कराने की पहल की जा रही है।