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ऑटो व टोटो का परिचालन नहीं, चालक परेशान

ऑटों और टोटो क ा परिचालन नहीं होने से चालक परेशान

By JagranEdited By: Published: Tue, 26 May 2020 04:36 PM (IST)Updated: Tue, 26 May 2020 04:36 PM (IST)
ऑटो व टोटो का परिचालन नहीं, चालक परेशान

मधुपुर (देवघर): लॉकडाउन में रिक्शा व ऑटो चालकों की हालत दयनीय हो गई है। रिक्शा व ऑटो का परिचालन पूरे समय तक नहीं होने से इनके समक्ष आíथक संकट भी उत्पन्न होने लगा है। रिक्शा व ऑटो को घरों के बाहर कोने में खड़ा कर ये रिक्शा व ऑटो चालक रोजगार व मदद को लेकर परेशान हो रहे हैं। शहर में करीब 300 से अधिक पैडल वाला रिक्शा, 300 से अधिक ई-रिक्शा व करीब 250 ऑटो का परिचालन सामान्य दिनों में शहर की सड़कों पर होती है। टेंपो व ऑटो चालकों ने सरकार और प्रशासन से ऑटो के परिचालन शुरू कराने की मांग की है।

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थोड़ी छूट मिली है तो रिक्शा सड़क पर निकाले हैं। दिनभर शहर के मुख्य चौक-चौराहों पर खड़ा होने के बाद मुश्किल से 140 रुपये ही कमा पाएं हैं। ऐसे में घर परिवार का भरण-पोषण कैसे हो पाएगा।

दिलीप राउत, शेखपुरा निवासी टोटो चालक।

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लॉकडाउन में छूट मिलने के बाद चार दिन से रिक्शा चला रहे हैं। प्रशासन द्वारा दोपहर एक बजे तक ही समय निर्धारित होने के कारण मात्र 100 रुपये ही कमा सके हैं। ऐसे में गुजारा करना मुश्किल हो गया है।

मोहम्मद एकराम, भेड़वा निवासी टोटो चालक।

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पहले 600 रुपये की कमाई हो जाती थी लेकिन लॉकडाउन लगने के बाद बेरोजगार हो गए हैं। सुबह सात बजे से दोपहर एक बजे तक रिक्शा चलाते हैं। इसमें बड़ी मुश्किल से 150 रुपया कमा पाते हैं।

महेश साव, बड़ा शेखपुरा निवासी टोटो चालक

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24 मार्च से लॉकडाउन है। ऐसे में किसी यात्री का भी आना-जाना नहीं हो रहा था। ऐसे में सवारी नहीं आने-जाने एवं अनुमंडल प्रशासन के निर्देशों का पालन करते हुए अपनी ई-रिक्शा को घर में खड़ा कर दिये थे। सरकार ने कुछ छूट दी है। दिन भर सड़कों पर टोटो लेकर घूमने के बाद बड़ी मुश्किल से130 रुपये की कमाई हो सकी है।

तनवीर अंसारी, आमतल्ला भेड़वा निवासी टोटो चालक।

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लॉकडाउन में छूट मिलने के बाद ऑटो को लेकर शहर को निकला हैं। सुबह से लेकर दोपहर एक बजे तक 150 रुपये की कमाई हो सकी है। इतनी कम कमाई में परिवार का भरण-पोषण करने में काफी परेशानी हो रही है। ऐसे में बैंक को ऋण कैसे चुकाएंगे इसकी चिता सता रही है।

मोहम्मद कलीमुद्दीन, मार्गोमुंडा ऑटो चालक

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गाड़ी नहीं चलने के कारण कमाई नहीं हो रही है। गाड़ी चलाकर जो कमाई होती थी वह जमा पूंजी पूरी तरह खत्म हो गई है। लॉकडाउन में छूट मिलने के बाद रिक्शा को निकाला हूं। लेकिन यात्री नहीं मिलने के कारण सुबह से दोपहर तक मात्र 90 रुपये ही कमा सके हैं।

मोहम्मद हबीब, बड़ा नारायणपुर टोटो चालक।

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