भलगढ़ा में आइटीआइ भवन तैयार, बच्चों को पढ़ाई का इंतजार
शोभा की वस्तु बनके रह गया आइटीआइ कालेज
भलगढ़ा में आइटीआइ भवन तैयार, बच्चों को पढ़ाई का इंतजार
संवाद सहयोगी, करौं (देवघर): करौं प्रखंड के भलगढ़ा गांव में पांच करोड़ लागत से दो वर्ष पूर्व बने औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान (आइटीआइ कालेज) को अब तक चालू नही किया जा सका है। इससे यहां के स्थानीय युवाओं को लाभ नहीं मिल पा रहा है। जबकि रेलवे एवं बिजली विभाग सहित अन्य विभागों में नौकरी पाने के लिए आइटीआइ की योग्यता अनिवार्य है। फिर भी आइटीआइ कालेज को शुरू करने की कोई पहल नहीं की जा रही है। जिससे यहां के मैट्रिक पास युवक निराश हैं। उल्लेखनीय है कि भलगढ़ा गांव में आइटीआइ कालेज के भवन का 29 सितंबर 2018 को तत्कालीन श्रम नियोजन एवं प्रशिक्षण मंत्री राज पलिवार ने शिलान्यास किया था। उस समय यहां अभिभावकों एवं छात्रों में एक आस जगी थी कि अब तकनीकी शिक्षा के लिए बाहर नही जाना होगा। लेकिन दो साल बीतने के बाद भी इस संस्थान में पढ़ाई शुरू नही होने से यहां के युवक निराश हैं। आनंद मंडल, मिहिर राय, शिवनारायण झा, योगेन्द्र रवानी, दिलीप झा आदि लोगों का कहना है कि औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान बनाने में करोड़ों रुपए खर्च करने के बाद भवन तो बन गया लेकिन इसका लाभ किसी को नहीं मिल रहा है।
छात्रों का कौशल विकास था उद्देश्य
कौशल विकास योजना के तहत हर किसी में कौशल का विकास करना इसका मुख्य उद्देश्य था। अपने इस लक्ष्य की प्राप्ति के लिए करोड़ों खर्च तो कर दिए गए लेकिन प्रशिक्षण के लिए भवन का इस्तेमाल एक दिन भी नहीं हुआ। ऐसे में लक्ष्य प्राप्ति मात्र एक सपना बनकर रह गया है। भवन की हालत देखकर आज यही लगता है कि विभाग इसे लेकर पूरी तरह उदासीन हो चुका है। रखरखाव के अभाव में चारों तरफ झाड़ियां उग आई हैं।
कालेज में पढ़ाई शुरू हो जाती तो इसका फायदा ग्रामीण लड़कों को ही मिलता। पढ़ाई शुरू कराने की दिशा में उच्च अधिकारियों से पत्राचार किया जाएगा।
कुलदीप कुमार, बीडीओ, करौं